यू सदा कलियाँ यहाँ खिला करे
रोज अपना मिलन यू हुआ करे I
सादगी से है भरी ये जिंदगी
हो दिलों में मोहब्बत दुआ करे I
लोग आये लोग जाये गम नहीं
हर दिल के दरीचे खुला करे I
रंजिशे दिल में लिए वो जी रहे
बोझ ये हो कम कुछ किया करे I
वो इशारे कर दिए जाये जिधर
जान फसी आफत में क्या करे I
सामने जब हम न हो बेचैन थे
ये तड़प यू ही सदा रहा करे I
थी हजारो आरज़ू दिल में मगर
झूठ सच में उलझकर जिया करे I
दो घड़ी पलके झुकाकर सोचना
पास अपने वो रहे खुदा करे I
गम न कर गम का यही है जिंदगी
लो चुरा खुशियाँ खुश रहा करे I
राकेश मौर्य ' शशि '
कल्याण, महाराष्ट्र
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1 month ago
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