आंगन में एक बीज बो दिया मैनें
यूं ही एक दिन
बारिश भी आ गयी यूं हीं एक दिन
जमीन फाड़कर एक पौधा बाहर आ गया
यूं ही एक दिन
बढ़ते बढ़ते पौधा बन गया बड़ा पेड़
यूं हीं एक दिन
मैनें भी झूला डाल दिया उस पर
यूं हीं एक दिन
पूरा घर उसकी छांव में गुजारता
यूं ही एक दिन
गांव के लोगों ने देवता मान लिया उसे
यूं हीं एक दिन
ज़िन्दगी में बड़े बड़े काम हो जाते हैं
यूं ही एक दिन
~कुमार ऋषि
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