मेरी उदासी और गम हिस्सों में बटते रहेंगे
मेरे आँसू समंदर को नमकीन करते रहेंगे
तू जब तक इससे निकल के नहीं आएगी
हम तुम्हारी तस्वीर उम्र भर तकते रहेंगे
-आशीष माधव
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