जिंदगी इतनी रफ़्तार से जा रही थी
औऱ मुझे याद उसकी आ रही थी
कई दिन तक तो मुझे नींद ही नहीं आयी
माँ मुझे लोरियाँ सुना रही थी
फिर मुझे रात से डर लगने लगा था
फिर मेरे ख्वाब में वो आ रही थी
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