आप अपनी कविता सिर्फ अमर उजाला एप के माध्यम से ही भेज सकते हैं

बेहतर अनुभव के लिए एप का उपयोग करें

विज्ञापन

Hindi Kavita: रघुवीर सहाय की कविता- लगे देखने उसको जिसकी तय था हत्या होगी

कविता
                
                                                                                 
                            चौड़ी सड़क गली पतली थी 
                                                                                                

दिन का समय घनी बदली थी 
रामदास उस दिन उदास था 
अंत समय आ गया पास था 
उसे बता यह दिया गया था उसकी हत्या होगी 

धीरे-धीरे चला अकेले 
सोचा साथ किसी को ले ले 
फिर रह गया, सड़क पर सब थे 
सभी मौन थे सभी निहत्थे 
सभी जानते थे यह उस दिन उसकी हत्या होगी 

खड़ा हुआ वह बीच सड़क पर 
दोनों हाथ पेट पर रख कर 
सधे क़दम रख करके आए 
लोग सिमट कर आँख गड़ाए 
लगे देखने उसको जिसकी तय था हत्या होगी  आगे पढ़ें

3 महीने पहले

कमेंट

कमेंट X

😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
विज्ञापन
X
बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
X
Jobs

सभी नौकरियों के बारे में जानने के लिए अभी डाउनलोड करें अमर उजाला ऐप

Download App Now