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Shail Chaturvedi Hasya Kavita: शैल चतुर्वेदी की हास्य कविता- पुराना पेटीकोट

शैल चतुर्वेदी
                
                                                                                 
                            पैसे बचाने की आदत
                                                                                                

अच्छी है डियर
किंतु जब तुम
पुरानी साड़ी को फाड़कर
सीती हो मेरा अन्डरवियर
तो तुम्हारा आइडिया
बहुत बुरा लगता है
फिर भी पहन लेता हूँ
घिसी साड़ी कि वे चड्डियाँ
जो दो चार बार उठने बैठने पर ही
बोल जाती है
तिस तुम कहती हो-
"बच्चे नहीं हो
घर चलाना सीखो
भविष्य के लिये बचाना सीखो।"  आगे पढ़ें

1 month ago

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