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Wetland Day: जम्मू संभाग के वेटलैंडों पर रासायनिक खादों की मार, पॉलिथीन-गंदगी की भरमार

मंगेश कुमार, जम्मू Published by: kumar गुलशन कुमार Updated Thu, 02 Feb 2023 08:48 PM IST
सार

डॉ. सरफराज असगर ने 2008 से लेकर 2018 तक घराना और मानसर वेटलैंड पर शोध अध्ययन किया है। इस दस साल के शोध में पाया गया कि मानवीय गतिविधियों के चलते वेटलैंड की हालात दिन-ब दिन बदतर होती जा रही है।

Gharana Wentland jammu
Gharana Wentland jammu - फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार

जम्मू संभाग के वेटलैंडों की वर्तमान स्थिति बदहाल होती जा रही है। इनमें रासायनिक खादों की मार पड़ने के साथ पॉलिथीन और गंदगी की भरमार है, जिससे पानी दूषित होने के साथ इसका स्तर लगातार घटता जा रहा है। विशेषज्ञों ने बढ़ती मानवीय गतिविधियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।



जम्मू विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के डॉ. सरफराज असगर ने 2008 से लेकर 2018 तक घराना और मानसर वेटलैंड पर शोध अध्ययन किया है। इस दस साल के शोध में पाया गया कि मानवीय गतिविधियों के चलते वेटलैंड की हालात दिन-ब दिन बदतर होती जा रही है। इनके आसपास खेतीबाड़ी की जा रही है, जिसमें रासायनिक खाद, यूरिया समेत अन्य कीटनाशकों का प्रयोग किया जा रहा है, जो वेटलैंड का जलस्तर सोख रहे हैं। 


इनके आसपास पॉलिथीन और गंदगी फेंकने से भी जलचरों और अन्य जीव-जंतुओं को नुकसान पहुंच रहा है। परिस्थितिकी तंत्र को मजबूत रखने पर सभी लोगों को सक्रिय ध्यान देने की जरूरत बताई गई है। शोध अध्ययन के अनुसार मानसर झील के बफर जोन में 15.35 हेक्टेयर भूमि पर अतिक्रमण हुआ है। सनासर के बफर जोन का करीब 2.79 हेक्टेयर हिस्से में भी अतिक्रमण है। इसमें से 5.68 हेक्टेयर भूमि कृषि के लिए उपयोग की जा रही है।

घराना की भूमि पर ज्यादा संकट
विशेषज्ञों के अनुसार घराना वेटलैंड की भू्मि अन्य वेटलैंडों की तुलना में अधिक प्रभावित हो रही है। दूसरे नंबर पर मानसर झील है, जबकि सनासर तीसरे स्थान पर है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्थानीय लोग अपनी गतिविधियों के परिणाम से पूरी तरह से अनभिज्ञ हैं। इससे आर्द्र भूमि का जल स्तर घटने की समस्या आ रही है। उन्होंने पुष्टि की है कि मानसर की विविधता 0.05, जलस्तर क्षेत्र 0.00, आर्द्र भूमि -0.75 और जल की गुणवत्ता शून्य के बराबर है। घराना वेटलैंड की जैव विविधता 1.38, जलस्तर 1.25, आर्द्र भूमि -0.08 और जल गुणवत्ता 0.91 है। सनासर की जैव विविधता- 0.93, जल शुद्धता -1.25, आर्द्र भूमि 1.45 और पानी की शुद्धता -1.36 रह गई है।

सनासर झील समुद्र तल से 650 मीटर की ऊंचाई पर
शोध अध्ययन के अनुसार तीन आर्द्धर भूमियों में मानसर ,घराना और सनासर झील है। जम्मू शहर से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर सनासर झील है। जो समुद्र तल से 650 मीटर की ऊंचाई पर है। यह झील उष्णकटीबंधिय जलवायु क्षेत्र में है। जिसमें औसतन 1500 मीलीमीटर वार्षिक जलवर्षा होती है। तापमान 3 डिग्री से लेकर 43 डिग्री सेल्सियस तक है। झील एक तरफ से उत्तर पूर्व की ओर से मानव बस्तियों व कृषि क्षेत्रों से और दूसरी तरफ से दक्षिण दिशा में जगंल और पहाड़ियों से घिरी है।

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