संवाद न्यूज एजेंसी
राजोरी। ढांगरी में एक जनवरी को हुए सामूहिक हत्याकांड में मारे गए लोगों के परिजनों ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर डीजीपी के बयान पर कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो सरकार की ओर से की गई आर्थिक सहायता और नौकरी वापस कर देंगे। साथ ही मारे गए दो सगे भाइयों की मां सरोज बाला ने कहा कि अगर सरकार उन्हें न्याय नहीं दे सकती तो उन्हें भी गोली मार दे, ताकि बच्चों की आत्मा को शांति मिल सके।
गोलीकांड में मारे गए दो सगे भाई प्रिंस और दीपक की माता सरोज बाला ने कहा कि यदि सरकार बार-बार समय देकर कहती है कि कुछ दिन बाद मामला हल हो जाएगा, सच सामने आएगा और न्याय मिलेगा तो यह केवल मूर्ख बना रही है। यदि सरकार, पुलिस और अन्य सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां उन्हें न्याय नहीं दे सकतीं तो वे सरकार द्वारा दी गई आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरियां और सुरक्षा को वापस करेंगे। पूरा ढांगरी गांव वहां से पलायन कर कहीं और चला जाएगा। सरोज बाला ने डीजीपी दिलबाग सिंह के बयान का खंडन करते हुए कहा कि यदि पाकिस्तानी आतंकवादी यहां आए तो वापस कहां गए।
उन्होंने कड़ा रोष प्रकट करते हुए कहा कि कभी भी कोई आतंकवादी किसी को मारने के लिए उस पर 20 से 25 गोलियां नहीं दागता। जिन आतंकवादियों ने उनके दो बच्चों की निर्मम हत्या की, उन्होंने मासूमों को 20 से 25 गोलियां दागी थीं। उनके पहचान पत्र जांच कर उन्हें गोलियों से छलनी किया था। यह स्थानीय स्तर पर रची गई साजिश थी, जिसे पुलिस अभी तक सामने नहीं ला पाई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से अपील की है कि यदि वे उन्हें न्याय नहीं दे सकते तो उन्हें भी गोली मार दें, ताकि उनके मासूम बच्चों की आत्मा को शांति मिल सके।
डीजीपी का बयान सिर्फ गुमराह करने का प्रयास : सरपंच
ढांगरी के सरपंच धीरज शर्मा ने भी डीजीपी की बयान पर ऐतराज जताते हुए कहा कि डीजीपी का बयान सिर्फ गुमराह करने का प्रयास है। यदि पुलिस और सरकार उन्हें न्याय नहीं दे सकती तो उनसे सुरक्षा वापस ले ली जाए, क्योंकि अब ढांगरी के लोग बड़े पैमाने पर आंदोलन करने के लिए तैयार हैं।
अब इंतजार नहीं कर सकते, आंदोलन की चेतावनी
गोलीकांड में मारे गए एक अन्य व्यक्ति के परिजन नवीन शर्मा ने भी कहा कि यदि डीजीपी यह जानते हैं कि ढांगरी में पाकिस्तानी आतंकवादी आए थे तो डीजीपी यह भी जानते होंगे कि वे किस रास्ते से आए थे और किसकी सहायता से ढांगरी पहुंचे थे? सभी पीड़ित परिवारों ने चेतावनी दी कि अब वे और इंतजार नहीं कर सकते और बहुत जल्द बड़े पैमाने पर आंदोलन छेड़ा जाएगा।