जम्मू-कश्मीर भाजपा के संगठनात्मक चुनाव में नए घटनाक्रम के तहत कश्मीर संभाग के दस जिलों में बूथ से लेकर जिला अध्यक्षों तक के मनोनयन का अधिकार नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को मिलेगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव जम्मू व लद्दाख संभाग के नए पदाधिकारियों के बल पर ही करवा लिया जाएगा। भाजपा के संगठनात्मक चुनाव के प्रदेश प्रभारी सरदार वीरेंद्रजीत सिंह के अनुसार बूथ स्तर के चुनाव की प्रक्रिया के बाद मंडल अध्यक्षों का चुनाव करवाया जा रहा है। पहले बीडीसी चुनाव और फिर उसके बाद अब अयोध्या में श्री राम जन्म भूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संगठनात्मक चुनाव को रोकना पड़ा।
अब कोशिश की जा रही है। 15 नवंबर तक किसी भी सूरत में मंडल अध्यक्षों का चुनाव करवा लिया जाए। इसके बाद 30 नवंबर या ज्यादा से ज्यादा दिसंबर के पहले सप्ताह तक जिला अध्यक्षों का चुनाव जम्मू व लद्दाख संभाग में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद 15 दिसंबर तक प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हो जाएगा।
सिंह का कहना है कि कश्मीर संभाग के हालात को देखते हुए वहां पर संगठनात्मक चुनाव नहीं करवाए जा सके हैं। वैसे भी भाजपा के संगठनात्मक चुनाव के नियम के तहत पचास फीसदी क्षेत्रों में चुनाव करवाकर प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव करवाया जा सकता है। ऐसे में जम्मू व लद्दाख संभाग में चुनाव की प्रक्रिया पूरी की जाएगी और प्रदेश अध्यक्ष को चुन लिया जाएगा। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष कश्मीर संभाग के पदाधिकारियों को मनोनीत करेंगे।
खास बातें
- कश्मीर में मनोनयन कर बनेंगे भाजपा के पदाधिकारी
- नए प्रदेशाध्यक्ष को मिलेगा मनोनयन का अधिकार
जम्मू-कश्मीर भाजपा के संगठनात्मक चुनाव में नए घटनाक्रम के तहत कश्मीर संभाग के दस जिलों में बूथ से लेकर जिला अध्यक्षों तक के मनोनयन का अधिकार नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को मिलेगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव जम्मू व लद्दाख संभाग के नए पदाधिकारियों के बल पर ही करवा लिया जाएगा। भाजपा के संगठनात्मक चुनाव के प्रदेश प्रभारी सरदार वीरेंद्रजीत सिंह के अनुसार बूथ स्तर के चुनाव की प्रक्रिया के बाद मंडल अध्यक्षों का चुनाव करवाया जा रहा है। पहले बीडीसी चुनाव और फिर उसके बाद अब अयोध्या में श्री राम जन्म भूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संगठनात्मक चुनाव को रोकना पड़ा।
अब कोशिश की जा रही है। 15 नवंबर तक किसी भी सूरत में मंडल अध्यक्षों का चुनाव करवा लिया जाए। इसके बाद 30 नवंबर या ज्यादा से ज्यादा दिसंबर के पहले सप्ताह तक जिला अध्यक्षों का चुनाव जम्मू व लद्दाख संभाग में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद 15 दिसंबर तक प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हो जाएगा।
सिंह का कहना है कि कश्मीर संभाग के हालात को देखते हुए वहां पर संगठनात्मक चुनाव नहीं करवाए जा सके हैं। वैसे भी भाजपा के संगठनात्मक चुनाव के नियम के तहत पचास फीसदी क्षेत्रों में चुनाव करवाकर प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव करवाया जा सकता है। ऐसे में जम्मू व लद्दाख संभाग में चुनाव की प्रक्रिया पूरी की जाएगी और प्रदेश अध्यक्ष को चुन लिया जाएगा। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष कश्मीर संभाग के पदाधिकारियों को मनोनीत करेंगे।