लोकप्रिय और ट्रेंडिंग टॉपिक्स

विज्ञापन
Hindi News ›   Jammu and Kashmir ›   Jammu News ›   hm amit shah inaugurated Maa Sharda Temple at Kupwara Jammu Kashmir

J&K: कुपवाड़ा में शारदा मंदिर के द्वार भक्तों के लिए खुले, गृहमंत्री ने किया वर्चुअली संबोधन, जानें क्या बोले

अमर उजाला नेटवर्क, श्रीनगर Published by: kumar गुलशन कुमार Updated Wed, 22 Mar 2023 01:37 PM IST
सार

कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के करीब स्थित टीटवाल में शारदा मंदिर का उद्घाटन किया गया। गृह मंत्री अमित शाह ने इसका वर्चुअली उद्घाटन किया। 

hm amit shah inaugurated Maa Sharda Temple at Kupwara Jammu Kashmir
कुपवाड़ा में शारदा मंदिर खुला - फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार

उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के करीब स्थित टीटवाल में शारदा मंदिर के द्वार आज से भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर वर्चुअली संबोधन किया। गृहमंत्री ने देश सहित प्रदेशवासियों को इसके लिए शुभकामनाएं दीं।



उन्होंने कहा कि आज ही के दिन नववर्ष शुरू होता है और आज के दिन माता शारदा मंदिर का द्वार भक्तों के लिए खोल दिया गया है। वह आज घाटी नहीं पहुंच पाए हैं। लेकिन वह जब भविष्य में घाटी आएंगे तो यहां माता के दर्शन करने जरूर पहुंचेगे। 


अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा-

 - पहले नवरात्र के दिन ही माता की मूर्ति को प्रतिष्ठित किया गया है।  

- यह कदम सिर्फ मंदिर का पुण:निर्माण नहीं, बल्कि शारदा सभ्यता की खोज की एक शुरुआत है।

- ऐसा मानना है कि व्यक्ति की चेतना को ब्राह्मंड की अनंत चेतना के साथ जोड़ने वाली ज्ञान का जमीन पर उतरने वाली शुरुआत होगी।

ये भी पढ़ें- सौहार्द:  श्रीनगर में 700 साल पुराने मंगलेश्वर भैरव मंदिर का मुस्लिम कारीगर कर रहे जीर्णोद्धार

- एक समय में भारतीय उपमहाद्वीप में शारदा पीठ ज्ञान का केंद्र माना जाता था।
 
- शास्त्रों और आध्यात्मिक ज्ञान की तलाश में पूरे देश से विद्वान यहां पहुंचते थे। 

- आदि शंकराचार्य स्वयं यहां आएं। मां की आराधना के लिए उन्होंने सतुतियां भी बनाईं। 

- शारदा लिपि का नाम मां के नाम के आधार पर रखा गया है।

- यह महाशक्ति पीठों में से एक है। हमारी कथाओं के अनुसार, सती का दाहिना हाथ यहां गिरा था। और सागर मंथन के बाद जो अमृत निकला, वो भी यहां लाया गया था। उस में से जो दो बूंद गिरी वो यहां मूर्ति के रूप में स्थापित हुई।

- आज समय सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए गर्व और संतोष का क्षण है।

- ऐसी मांग की गई है कि करतार कॉरिडोर की तरह शारदा पीठ को भी जल्दी से यात्रा के लिए खोल दिया जाए। भारत सरकार इस दिशा में प्रयास करेगी। इसमें कोई दो राय नहीं है। 

- अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद जो शांति प्रस्थापित हुई है। उससे घाटी और जम्मू में फिर से एक बार अपनी पुरानी परंपराओं के लिए ले जाने का काम किया है।


ये भी पढ़ें- Navratri 2023: मां वैष्णो देवी भवन 42 ट्रक फल-फूलों से सजा, अटका आरती में अब 500 भक्त होंगे शामिल
विज्ञापन
 

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed