न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू
Updated Thu, 13 Jun 2019 08:44 PM IST
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जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि अनंतनाग में बुधवार को सीआरपीएफ पर हुआ हमला फिदायीन हमला था। यह हमला पाकिस्तान के कहने पर किया गया। पाकिस्तान ने ऐसा घाटी की शांति को भंग करने के लिए किया है।
पत्रकारों से बात करते हुए गुरुवार को राज्यपाल ने कहा कि पाकिस्तान ने बुधवार के फिदायीन हमले का आदेश दिया था। जब भी घाटी में शांति होती है पाकिस्तान ऐसे हमले करवाकर इसे अस्थिर करने की कोशिश करता है। राज्य में लोकसभा चुनाव का शांतिपूर्वक संपन्न होना पाकिस्तान में आतंकवादियों के आकाओं को पसंद नहीं आया।
उन्होंने कहा, जब कभी सुरक्षाबलों के प्रयास से चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न होते हैं या फिर आतंकियों के लगातार खात्मे का अभियान चलता है तो सीमा पार बैठे आतंकियों के मास्टरमाइंड उन्हें सुरक्षाबलों पर फिदायीन हमले का आदेश देते हैं। अनंतनाग का हमला भी फिदायीन था। आतंकियों तथा उनके हैंडलर यह अच्छी तरह जानते हैं कि आतंकवाद को खत्म करने के अभियान में किसी प्रकार का बदलाव नहीं आने वाला।
अमरनाथ यात्रा में अभी समय है
यह पूछे जाने पर कि जिस रास्ते से अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना होगा उसी रास्ते पर हमला होना क्या चिंता का विषय नहीं है? उन्होंने कहा कि सुरक्षाबल आतंकवादियों को यात्रियों के पास जाने की इजाजत नहीं देंगे। हमले यात्रियों पर नहीं हुए हैं, यात्रा को अभी शुरू होना है।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि अनंतनाग में बुधवार को सीआरपीएफ पर हुआ हमला फिदायीन हमला था। यह हमला पाकिस्तान के कहने पर किया गया। पाकिस्तान ने ऐसा घाटी की शांति को भंग करने के लिए किया है।
पत्रकारों से बात करते हुए गुरुवार को राज्यपाल ने कहा कि पाकिस्तान ने बुधवार के फिदायीन हमले का आदेश दिया था। जब भी घाटी में शांति होती है पाकिस्तान ऐसे हमले करवाकर इसे अस्थिर करने की कोशिश करता है। राज्य में लोकसभा चुनाव का शांतिपूर्वक संपन्न होना पाकिस्तान में आतंकवादियों के आकाओं को पसंद नहीं आया।
उन्होंने कहा, जब कभी सुरक्षाबलों के प्रयास से चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न होते हैं या फिर आतंकियों के लगातार खात्मे का अभियान चलता है तो सीमा पार बैठे आतंकियों के मास्टरमाइंड उन्हें सुरक्षाबलों पर फिदायीन हमले का आदेश देते हैं। अनंतनाग का हमला भी फिदायीन था। आतंकियों तथा उनके हैंडलर यह अच्छी तरह जानते हैं कि आतंकवाद को खत्म करने के अभियान में किसी प्रकार का बदलाव नहीं आने वाला।
अमरनाथ यात्रा में अभी समय है
यह पूछे जाने पर कि जिस रास्ते से अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना होगा उसी रास्ते पर हमला होना क्या चिंता का विषय नहीं है? उन्होंने कहा कि सुरक्षाबल आतंकवादियों को यात्रियों के पास जाने की इजाजत नहीं देंगे। हमले यात्रियों पर नहीं हुए हैं, यात्रा को अभी शुरू होना है।