न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू
Published by: प्रशांत कुमार
Updated Fri, 09 Apr 2021 02:35 AM IST
शोपियां में कल से जारी मुठभेड़ में अंसार गजवा-तुल-हिंद का टॉप कमांडर घिरा हुआ है। कश्मीर जोन की पुलिस के मुताबिक घिरे हुए आतंकी को समझाना-बुझाकर समर्पण करने और मस्जिद को बचाने के लिए आतंकी के भाई और स्थानीय इमाम को अंदर भेजा गया है। अंसार गजवा तुल हिंद जैश-ए-मोहम्मद का ही एक अंग है। इस ऑपरेशन को सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम अंजाम दे रही है।
आपको बता दें कि कश्मीर घाटी के शोपियां जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ चल रही है। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों की शिनाख्त नहीं हुई है। मुठभेड़ में तीन जवान घायल हुए हैं। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक जवान की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान शुरू किया था। घेराबंदी के दौरान आतंकियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला और तीन आतंकियों को मार गिराने में सफलता पाई। फिलहाल मुठभेड़ जारी है।
ये भी पढ़ें- मुठभेड़ से लेकर रिहाई तक कमांडो राकेश्वर की कहानी, जानिए पूरा घटनाक्रम और देखिए खुशी की तस्वीरें
उधर, इस्लामिक स्टेट जम्मू-कश्मीर आतंकी संगठन का पकड़ा गया कमांडर मलिक उमैद अपने हैंडलर से व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से संपर्क में था। कश्मीर में मौजूद आतंकियों ने ही उसे हथियार लेने जम्मू भेजा था।
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कश्मीर में मौजूद और पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के कहने पर उसने ऐसा किया था। उमैद से पूछताछ करने पर यह पता चला है कि जम्मू बस स्टैंड पर एक व्यक्ति ने उसे हथियार और नकदी दी थी। यह व्यक्ति जम्मू-कश्मीर के बाहर का भी हो सकता है। उक्त व्यक्ति की तलाश में पुलिस पंजाब सहित अन्य राज्यों में भी दबिश देकर तलाश कर रही है। लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चला है।
पुलिस ने उमैद से उक्त व्यक्ति का स्केच बनवाकर कई जगहों पर भेजा है, ताकि उसकी पहचान की जा सके। सूत्रों का कहना है कि पुलिस इस मामले में शामिल कुछ और लोगों को भी पकड़ने की तैयारी में है। इनकी पहचान कर ली गई है। तीन से चार दिन में पुलिस इस मामले में अधिकारिक तौर पर बड़ा खुलासा कर सकती है। कुछ जगहों पर ओजी वर्करों के पकड़े जाने और उनसे हथियारों की बरामदगी करने की तैयारी है। डीएसपी परोपकार सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही पूरे मामले की जांच का खुलासा करेंगे।
विस्तार
शोपियां में कल से जारी मुठभेड़ में अंसार गजवा-तुल-हिंद का टॉप कमांडर घिरा हुआ है। कश्मीर जोन की पुलिस के मुताबिक घिरे हुए आतंकी को समझाना-बुझाकर समर्पण करने और मस्जिद को बचाने के लिए आतंकी के भाई और स्थानीय इमाम को अंदर भेजा गया है। अंसार गजवा तुल हिंद जैश-ए-मोहम्मद का ही एक अंग है। इस ऑपरेशन को सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम अंजाम दे रही है।
आपको बता दें कि कश्मीर घाटी के शोपियां जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ चल रही है। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों की शिनाख्त नहीं हुई है। मुठभेड़ में तीन जवान घायल हुए हैं। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक जवान की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान शुरू किया था। घेराबंदी के दौरान आतंकियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला और तीन आतंकियों को मार गिराने में सफलता पाई। फिलहाल मुठभेड़ जारी है।
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कश्मीर में मौजूद आतंकियों ने मलिक को भेजा था जम्मू
उधर, इस्लामिक स्टेट जम्मू-कश्मीर आतंकी संगठन का पकड़ा गया कमांडर मलिक उमैद अपने हैंडलर से व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से संपर्क में था। कश्मीर में मौजूद आतंकियों ने ही उसे हथियार लेने जम्मू भेजा था।
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कश्मीर में मौजूद और पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के कहने पर उसने ऐसा किया था। उमैद से पूछताछ करने पर यह पता चला है कि जम्मू बस स्टैंड पर एक व्यक्ति ने उसे हथियार और नकदी दी थी। यह व्यक्ति जम्मू-कश्मीर के बाहर का भी हो सकता है। उक्त व्यक्ति की तलाश में पुलिस पंजाब सहित अन्य राज्यों में भी दबिश देकर तलाश कर रही है। लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चला है।
पुलिस ने उमैद से उक्त व्यक्ति का स्केच बनवाकर कई जगहों पर भेजा है, ताकि उसकी पहचान की जा सके। सूत्रों का कहना है कि पुलिस इस मामले में शामिल कुछ और लोगों को भी पकड़ने की तैयारी में है। इनकी पहचान कर ली गई है। तीन से चार दिन में पुलिस इस मामले में अधिकारिक तौर पर बड़ा खुलासा कर सकती है। कुछ जगहों पर ओजी वर्करों के पकड़े जाने और उनसे हथियारों की बरामदगी करने की तैयारी है। डीएसपी परोपकार सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही पूरे मामले की जांच का खुलासा करेंगे।