पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
जम्मू। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव सत शर्मा के नेतृत्व में सीमा से सटे परगवाल तथा अन्य आसपास इलाके के लोगों ने डिवीजनल कमिश्नर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। 40 के लगभग प्रदर्शनकारियों ने मूलरूप से परगवाल निवासी चमेल सिंह की पाकिस्तान स्थित कोट लखपत जेल में मौत के बाद उसके शव को भारत लाने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाए और चमेल सिंह का शव भारत, जम्मू के तहसील अखनूर में तुरंत भेजे। क्योंकि किसी भी देश, समुदाय के लोगों को यह अधिकार नहीं है कि किसी व्यक्ति की मौत के बाद उसके शव को उनके परिवार वालों को न सौंपा जाए। सत शर्मा का कहना है कि पाकिस्तान की तरफ से निर्दोष भारतीय को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और लखपत जेल में डाल दिया गया था। इसके बाद भारत सरकार की तरफ से चमेल सिंह को छुड़ाने के लिए उचित कदम चाहिए थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
उन्होंने राज्य की गठबंधन सरकार से भी मांग की है कि उनकी मांग को केंद्र सरकार के सामने मजबूती के साथ रखा जाए, ताकि चमेल सिंह का शव उनके परिवार के सदस्यों को मिल सके और वे चमेल का रीति-रिवाजों के अनुसार दाह संस्कार कर सकें। भाजपा नेताओं ने कहा कि चमेल सिंह के परिवार के लिए वह संभव प्रयत्न करेंगे। प्रदर्शनकारियों ने डिवकॉम से मुलाकात कर अपनी बात रखी। इस मौके पर करण सिंह, चमन लाल, सूरज सिंह, जय सिंह, जगदीश भगत तथा भूपिंदर सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
जम्मू। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव सत शर्मा के नेतृत्व में सीमा से सटे परगवाल तथा अन्य आसपास इलाके के लोगों ने डिवीजनल कमिश्नर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। 40 के लगभग प्रदर्शनकारियों ने मूलरूप से परगवाल निवासी चमेल सिंह की पाकिस्तान स्थित कोट लखपत जेल में मौत के बाद उसके शव को भारत लाने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाए और चमेल सिंह का शव भारत, जम्मू के तहसील अखनूर में तुरंत भेजे। क्योंकि किसी भी देश, समुदाय के लोगों को यह अधिकार नहीं है कि किसी व्यक्ति की मौत के बाद उसके शव को उनके परिवार वालों को न सौंपा जाए। सत शर्मा का कहना है कि पाकिस्तान की तरफ से निर्दोष भारतीय को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और लखपत जेल में डाल दिया गया था। इसके बाद भारत सरकार की तरफ से चमेल सिंह को छुड़ाने के लिए उचित कदम चाहिए थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
उन्होंने राज्य की गठबंधन सरकार से भी मांग की है कि उनकी मांग को केंद्र सरकार के सामने मजबूती के साथ रखा जाए, ताकि चमेल सिंह का शव उनके परिवार के सदस्यों को मिल सके और वे चमेल का रीति-रिवाजों के अनुसार दाह संस्कार कर सकें। भाजपा नेताओं ने कहा कि चमेल सिंह के परिवार के लिए वह संभव प्रयत्न करेंगे। प्रदर्शनकारियों ने डिवकॉम से मुलाकात कर अपनी बात रखी। इस मौके पर करण सिंह, चमन लाल, सूरज सिंह, जय सिंह, जगदीश भगत तथा भूपिंदर सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।