जम्मू (ब्यूरो)। रियासत में चहुंमुखी विकास और उज्जवल भविष्य के साथ-साथ स्थायी शांति और स्थिरता की स्थापना के लिए राज्यपाल एनएन वोहरा ने गहन आपसी समझ, सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे पर जोर दिया है।
विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह सभागार पर जम्मू एंड कश्मीर पीस फाउंडेशन की ओर से आयोजित 45वें पीस कांफ्रेंस में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए उन्होंने सभी लोगों से आह्वान किया कि वे इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए आगे आएं और अपना योगदान दें। राज्यपाल का कहना था कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान जो विकास और आर्थिक गतिविधियों में इजाफा हुआ है उससे यह बात साबित होती है कि विकास तभी संभव है जब शांति स्थापित हो। राज्यपाल ने इस बात पर भी जोर दिया कि युवाओं को चाहिए वह शिक्षा हासिल करें और अपनी क्षमता में विकास करें ताकि रोजगार के साथ-साथ उनका भविष्य यकीनी बनाया जा सके।नेशनल कांफ्रेंस के संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा ने आयोजकों को कांफ्रेंस के आयोजन पर बधाई देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समय-समय पर होते रहने चाहिए। इसके अलावा कांफ्रेंस में एमएलसी शेख गुलाम रसूल, कुलपति प्रो. मोहन पाल सिंह इशर, कृषि मंत्री गुलाम हसन मीर, सांसद महबूब बेग आदि ने भी अपने विचार रखे। मौके पर विभिन्न शिक्षा संस्थानों के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को भी पेश किया। इस मौके पर राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भी दिया गया।
जम्मू (ब्यूरो)। रियासत में चहुंमुखी विकास और उज्जवल भविष्य के साथ-साथ स्थायी शांति और स्थिरता की स्थापना के लिए राज्यपाल एनएन वोहरा ने गहन आपसी समझ, सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे पर जोर दिया है।
विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह सभागार पर जम्मू एंड कश्मीर पीस फाउंडेशन की ओर से आयोजित 45वें पीस कांफ्रेंस में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए उन्होंने सभी लोगों से आह्वान किया कि वे इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए आगे आएं और अपना योगदान दें। राज्यपाल का कहना था कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान जो विकास और आर्थिक गतिविधियों में इजाफा हुआ है उससे यह बात साबित होती है कि विकास तभी संभव है जब शांति स्थापित हो। राज्यपाल ने इस बात पर भी जोर दिया कि युवाओं को चाहिए वह शिक्षा हासिल करें और अपनी क्षमता में विकास करें ताकि रोजगार के साथ-साथ उनका भविष्य यकीनी बनाया जा सके।नेशनल कांफ्रेंस के संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा ने आयोजकों को कांफ्रेंस के आयोजन पर बधाई देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समय-समय पर होते रहने चाहिए। इसके अलावा कांफ्रेंस में एमएलसी शेख गुलाम रसूल, कुलपति प्रो. मोहन पाल सिंह इशर, कृषि मंत्री गुलाम हसन मीर, सांसद महबूब बेग आदि ने भी अपने विचार रखे। मौके पर विभिन्न शिक्षा संस्थानों के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को भी पेश किया। इस मौके पर राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भी दिया गया।