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उधमपुर। शहर के संगूर इलाके में फोरलेन राजमार्ग पर फुट ओवर ब्रिज बनाने की मांग को लेकर स्थानीय निवासियों ने नेशनल हाइवे अथारिटी के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि फोरलेन राजमार्ग को पार करना खतरे से खाली नहीं है। कई लोग दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। संगूर चौक की तकनीकी खामियों के कारण स्थानीय निवासियों के साथ चैरी स्वैल, कावा, विशाल गांव के लोग भी परेशान हैं।
दोपहर करीब 12 बजे लोगों ने गुलाम रसूल के नेतृत्व में नेशनल हाइवे अथारिटी के खिलाफ नारेबाजी की। गुलाम रसूल ने बताया कि संगूर चौक स्थानीय निवासियों के लिए सबसे बड़ी परेशानी बन चुका है। संगूर इलाके में फोरलेन राजमार्ग के दोनों किनारों पर सैकड़ों परिवार रहते हैं। राजमार्ग पार कर दूसरी तरफ जाना लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी बन गया है। वाहनों की रफ्तार इतनी अधिक होती है कि दूसरी तरफ जाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। कई बार तो राजमार्ग को पार करने में लंबा इंतजार करना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी विद्यार्थियों को होती है। बच्चों के लिए पर राजमार्ग को पार कर दूसरी तरफ जाना मुश्किल हो जाता है। अभिभावकों को हमेशा से बच्चों की सुरक्षा की चिंता सताती रहती है। कई लोग वाहनों की चपेट में आकर दुर्घटनाओं के शिकार हो चुके हैं। संगूर चौक में बहुत बड़ी तकनीकी खामी है। फुट ओवर ब्रिज का निर्माण करने के साथ तकनीकी खामी को भी दूर करने की सख्त जरूरत है। उन्होंने मांगों के जल्द पूरा नहीं होने की सूरत में आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है।
उधमपुर। शहर के संगूर इलाके में फोरलेन राजमार्ग पर फुट ओवर ब्रिज बनाने की मांग को लेकर स्थानीय निवासियों ने नेशनल हाइवे अथारिटी के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि फोरलेन राजमार्ग को पार करना खतरे से खाली नहीं है। कई लोग दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। संगूर चौक की तकनीकी खामियों के कारण स्थानीय निवासियों के साथ चैरी स्वैल, कावा, विशाल गांव के लोग भी परेशान हैं।
दोपहर करीब 12 बजे लोगों ने गुलाम रसूल के नेतृत्व में नेशनल हाइवे अथारिटी के खिलाफ नारेबाजी की। गुलाम रसूल ने बताया कि संगूर चौक स्थानीय निवासियों के लिए सबसे बड़ी परेशानी बन चुका है। संगूर इलाके में फोरलेन राजमार्ग के दोनों किनारों पर सैकड़ों परिवार रहते हैं। राजमार्ग पार कर दूसरी तरफ जाना लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी बन गया है। वाहनों की रफ्तार इतनी अधिक होती है कि दूसरी तरफ जाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। कई बार तो राजमार्ग को पार करने में लंबा इंतजार करना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी विद्यार्थियों को होती है। बच्चों के लिए पर राजमार्ग को पार कर दूसरी तरफ जाना मुश्किल हो जाता है। अभिभावकों को हमेशा से बच्चों की सुरक्षा की चिंता सताती रहती है। कई लोग वाहनों की चपेट में आकर दुर्घटनाओं के शिकार हो चुके हैं। संगूर चौक में बहुत बड़ी तकनीकी खामी है। फुट ओवर ब्रिज का निर्माण करने के साथ तकनीकी खामी को भी दूर करने की सख्त जरूरत है। उन्होंने मांगों के जल्द पूरा नहीं होने की सूरत में आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है।