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उधमपुर। जम्मू-कश्मीर में लागू किए गए नए भूमि कानून से जहां सियासत गरमाने लगी है वहीं, प्रदेश सहित उधमपुर में भी प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है। वीरवार को पैंथर्स पार्टी के कार्यकर्ताओं ने काली पट्टियां बांध कर केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
दोपहर बारह बजे सलाथिया चौक पर पार्टी के प्रदेश प्रधान एवं पूर्व विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया के नेतृत्व में पंचों-सरपंच और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर कानून को वापस लेने के लिए आवाज बुलंद की। पार्टी प्रधान ने कहा कि महाराजा हरि सिंह ने 1927 में जम्मू-कश्मीर के लोगों को स्थायी निवासी प्रमाण पत्र (पीआरसी) का अधिकार दिया था, ताकि प्रदेश में नौकरियों और भूमि पर अन्य राज्य के लोग कब्जा न कर सकें। मगर केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाकर जहां राज्य का दर्जा खत्म किया वहीं डोमिसाइल के नाम पर पहचान छीन ली। अब नए भूमि कानून के तहत देश के सभी नागरिकों को जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीदने का हक देकर डोमिसाइल को खत्म कर दिया है। जिसे पैथर्स पार्टी किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगी। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। क्योंकि अनुच्छेद 370 को हटाने के समय नौकरियों और भूमि के अधिकारों को सुरक्षित रखने का आश्वासन दिया था। उसके बाद से केंद्र सरकार ने लगातार कई कानून बनाकर अधिकार छीनने का प्रयास किया है।
इसलिए सरकार से अपील है कि इस कानून को तत्काल वापस लिया जाए। जम्मू-कश्मीर एक पिछड़ा प्रदेश है। ऐसे कानूनों से यहां के लोगों को भारी नुकसान उठाना पडे़गा। न तो वह नौकरयों में अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों से मुकाबला कर पाएंगे और न ही अपनी जमीनें बचा पाएंगे। नए भूमि कानून के बाद डोमिसाइल का भी कोई औचित्य नहीं रह जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने नए भुमि कानून के तहत जम्मू कश्मीर के लोगों को कुचलने का प्रयास किया है। इसलिए अगर इस कानून को वापस नहीं लिया गया तो पैंथर्स पार्टी व्यापक स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होगी।
उधमपुर। जम्मू-कश्मीर में लागू किए गए नए भूमि कानून से जहां सियासत गरमाने लगी है वहीं, प्रदेश सहित उधमपुर में भी प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है। वीरवार को पैंथर्स पार्टी के कार्यकर्ताओं ने काली पट्टियां बांध कर केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
दोपहर बारह बजे सलाथिया चौक पर पार्टी के प्रदेश प्रधान एवं पूर्व विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया के नेतृत्व में पंचों-सरपंच और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर कानून को वापस लेने के लिए आवाज बुलंद की। पार्टी प्रधान ने कहा कि महाराजा हरि सिंह ने 1927 में जम्मू-कश्मीर के लोगों को स्थायी निवासी प्रमाण पत्र (पीआरसी) का अधिकार दिया था, ताकि प्रदेश में नौकरियों और भूमि पर अन्य राज्य के लोग कब्जा न कर सकें। मगर केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाकर जहां राज्य का दर्जा खत्म किया वहीं डोमिसाइल के नाम पर पहचान छीन ली। अब नए भूमि कानून के तहत देश के सभी नागरिकों को जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीदने का हक देकर डोमिसाइल को खत्म कर दिया है। जिसे पैथर्स पार्टी किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगी। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। क्योंकि अनुच्छेद 370 को हटाने के समय नौकरियों और भूमि के अधिकारों को सुरक्षित रखने का आश्वासन दिया था। उसके बाद से केंद्र सरकार ने लगातार कई कानून बनाकर अधिकार छीनने का प्रयास किया है।
इसलिए सरकार से अपील है कि इस कानून को तत्काल वापस लिया जाए। जम्मू-कश्मीर एक पिछड़ा प्रदेश है। ऐसे कानूनों से यहां के लोगों को भारी नुकसान उठाना पडे़गा। न तो वह नौकरयों में अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों से मुकाबला कर पाएंगे और न ही अपनी जमीनें बचा पाएंगे। नए भूमि कानून के बाद डोमिसाइल का भी कोई औचित्य नहीं रह जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने नए भुमि कानून के तहत जम्मू कश्मीर के लोगों को कुचलने का प्रयास किया है। इसलिए अगर इस कानून को वापस नहीं लिया गया तो पैंथर्स पार्टी व्यापक स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होगी।