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अनंतनाग। कड़ाके की ठंड में अनंतनाग जिला अस्पताल में मरीजों की तबीयत ठीक होने के बदले और बिगड़ ही रही है। दरअसल, अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीजों को गर्मी प्रदान करने की कोई व्यवस्था नहीं है। स्थिति यह है कि तीमारदार खुद गैस सिलेंडर या कांगड़ी की व्यवस्था कर मरीजों को गर्मी प्रदान कर रहे हैं। अस्पताल में इस बदइंतजामी के कारण तीमारदारों में अस्पताल प्रशासन के प्रति खासा रोष व्याप्त है।
इन दिनों अनंतनाग में पारा शून्य से नीचे चल रहा है। ऐसी स्थिति में स्वस्थ लोगों को अपने घरों के अंदर रात बीतानी मुश्किल हो रही है। मरीजों की क्या हालत होती होगी यह तो खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है। हालत यह है कि जिला अस्पताल में भर्ती मरीज अपनी बीमारी से कम और ठंड से ज्यादा परेशान हैं। तीमारदार मरीजों को ठंड से बचाने की व्यवस्था करने में हलकान हैं। बता दें कि यहां के जिला अस्पताल में बनिहाल, किश्तवाड़, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां से भी मरीजों को इलाज के लिए लाया जाता है। अस्पताल के वार्डों में ठंड से बचाव की व्यवस्था नहीं होने से खास कर बाहर से आने वाले मरीजों को काफी मुसीबत होती है। स्थानीय गुलाम मोहम्मद ने बताया कि उसके रिश्तेदार अस्पताल में भर्ती हैं, जिनके लिए उन्होंने खुद से गैस सिलेंडर और बुखारी की व्यवस्था की है। वहीं जिले के कपरन निवासी फयास अहमद ने कहा कि यहां मरीजों को गर्मी देने के लिए तीमारदारों को कोयले की कांगड़ी लेकर बैड पर बैठना पड़ता है। बदइंतजामी के कारण तीमारदार भी अस्पताल में बीमार हो रहे हैं। इसलिए अस्पताल प्रशासन को यहां मरीजों के बचाव की व्यवस्था तुरंत करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन अपने कमरे में एसी और हीटर की व्यवस्था कर रखे हैं और मरीजों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
जल्द करेंगे इंतजाम
इस संबंध में चीफ मेडिकल आफिसर डॉ. गुलजार अहमद ने कहा कि वे खुद स्थिति का जायजा लेंगे। मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए मुकम्मल व्यवस्था की जाएगी। ठंड से मरीजों को बचाने के लिए शीघ्र ही अस्पताल प्रशासन से बातचीत कर उचित पहल की जाएगी।
अनंतनाग। कड़ाके की ठंड में अनंतनाग जिला अस्पताल में मरीजों की तबीयत ठीक होने के बदले और बिगड़ ही रही है। दरअसल, अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीजों को गर्मी प्रदान करने की कोई व्यवस्था नहीं है। स्थिति यह है कि तीमारदार खुद गैस सिलेंडर या कांगड़ी की व्यवस्था कर मरीजों को गर्मी प्रदान कर रहे हैं। अस्पताल में इस बदइंतजामी के कारण तीमारदारों में अस्पताल प्रशासन के प्रति खासा रोष व्याप्त है।
इन दिनों अनंतनाग में पारा शून्य से नीचे चल रहा है। ऐसी स्थिति में स्वस्थ लोगों को अपने घरों के अंदर रात बीतानी मुश्किल हो रही है। मरीजों की क्या हालत होती होगी यह तो खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है। हालत यह है कि जिला अस्पताल में भर्ती मरीज अपनी बीमारी से कम और ठंड से ज्यादा परेशान हैं। तीमारदार मरीजों को ठंड से बचाने की व्यवस्था करने में हलकान हैं। बता दें कि यहां के जिला अस्पताल में बनिहाल, किश्तवाड़, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां से भी मरीजों को इलाज के लिए लाया जाता है। अस्पताल के वार्डों में ठंड से बचाव की व्यवस्था नहीं होने से खास कर बाहर से आने वाले मरीजों को काफी मुसीबत होती है। स्थानीय गुलाम मोहम्मद ने बताया कि उसके रिश्तेदार अस्पताल में भर्ती हैं, जिनके लिए उन्होंने खुद से गैस सिलेंडर और बुखारी की व्यवस्था की है। वहीं जिले के कपरन निवासी फयास अहमद ने कहा कि यहां मरीजों को गर्मी देने के लिए तीमारदारों को कोयले की कांगड़ी लेकर बैड पर बैठना पड़ता है। बदइंतजामी के कारण तीमारदार भी अस्पताल में बीमार हो रहे हैं। इसलिए अस्पताल प्रशासन को यहां मरीजों के बचाव की व्यवस्था तुरंत करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन अपने कमरे में एसी और हीटर की व्यवस्था कर रखे हैं और मरीजों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
जल्द करेंगे इंतजाम
इस संबंध में चीफ मेडिकल आफिसर डॉ. गुलजार अहमद ने कहा कि वे खुद स्थिति का जायजा लेंगे। मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए मुकम्मल व्यवस्था की जाएगी। ठंड से मरीजों को बचाने के लिए शीघ्र ही अस्पताल प्रशासन से बातचीत कर उचित पहल की जाएगी।