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सुंदरबनी। सीमावर्ती गांव पैली में एक माह से जलापूर्ति ठप है। इसके कारण गांव में हाहाकार है। ग्रामीणों का कहना है कि जलशक्ति विभाग की गलत कार्यप्रणाली का नतीजा है कि गांव में एक माह से पानी की आपूर्ति ठप है।
गांववासियों मदन लाल, सत पाल, राकेश कुमार, रमेश चंद्र, चंद्रपाल, कस्तूरी लाल आदि का कहना है कि जलशक्ति विभाग में कार्यरत अस्थायी कर्मचारियों की एक माह से चल रही काम छोड़ हड़ताल के कारण गांव पैली में विभाग के जो स्थायी कर्मचारी लगे थे उन्हें विभाग के अधिकारियों ने दूसरी जगहों पर अटैच कर दिया। इस कारण पूरे गांव पैली फाल में जलापूर्ति ठप है। अस्थायी कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहरवासियों के आक्रोष को कम करने के लिए सुंदरबनी में अटैच कर दिया ताकि शहर में जलापूर्ति बहाल हो सके, लेकिन सीमावर्ती गांव पैली फाल में पानी की आपूर्ति को बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर विभाग की तरफ से गांव पैली फाल में लगाए गए कर्मचारियों को वापस भेजकर पानी की आपूर्ति बहाल नहीं की गई तो मजबूर होकर उन्हें सड़क पर उतरना पडे़गा।
सुंदरबनी। सीमावर्ती गांव पैली में एक माह से जलापूर्ति ठप है। इसके कारण गांव में हाहाकार है। ग्रामीणों का कहना है कि जलशक्ति विभाग की गलत कार्यप्रणाली का नतीजा है कि गांव में एक माह से पानी की आपूर्ति ठप है।
गांववासियों मदन लाल, सत पाल, राकेश कुमार, रमेश चंद्र, चंद्रपाल, कस्तूरी लाल आदि का कहना है कि जलशक्ति विभाग में कार्यरत अस्थायी कर्मचारियों की एक माह से चल रही काम छोड़ हड़ताल के कारण गांव पैली में विभाग के जो स्थायी कर्मचारी लगे थे उन्हें विभाग के अधिकारियों ने दूसरी जगहों पर अटैच कर दिया। इस कारण पूरे गांव पैली फाल में जलापूर्ति ठप है। अस्थायी कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहरवासियों के आक्रोष को कम करने के लिए सुंदरबनी में अटैच कर दिया ताकि शहर में जलापूर्ति बहाल हो सके, लेकिन सीमावर्ती गांव पैली फाल में पानी की आपूर्ति को बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर विभाग की तरफ से गांव पैली फाल में लगाए गए कर्मचारियों को वापस भेजकर पानी की आपूर्ति बहाल नहीं की गई तो मजबूर होकर उन्हें सड़क पर उतरना पडे़गा।