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पुंछ। वार्ड-12 निवासी जल शक्ति विभाग के अस्थायी कर्मचारी मोहम्मद रियाज पुत्र वली मोहम्मद ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। उसके घर और मोहल्ले में मातम छा गया है। रियाज अपने पीछे पांच बच्चों, पत्नी और बूढ़े मां बाप को छोड़ गया है। उधर रियाज की मौत का पता चलते ही दर्जनों की संख्या में उसके सहकर्मी डेलीवेजयर यूनियन के प्रधान मकबूल हुसैन और सचिव प्रदीप शर्मा की अगुवाई में रियाज के घर पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
रियाज के पिता वली मोहम्मद का कहना है कि माली हालत खराब होने के कारण रियाज काफी समय से तनाव में था। लोगों का कर्ज नहीं उतार पाने के कारण उसने अपनी जान दे दी है। अब उसके पांच बच्चों का पालन हम कैसे करेंगे। यूनियन के प्रदान मकबूल हुसैन ने सरकार पर नौजवानों की जाने लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि रियाज की तरह पहले भी हमारे कई साथी जान दे चुके हैं। क्योंकि 20-22 वर्ष काम करने के बाद भी सरकार की तरफ से न तो हम लोगों को स्थायी किया जा रहा है और न ही वेतन बढ़ाया जा रहा है। साल में एक दो माह का ही वेतन दिया जाता है, जिससे परिवारों का पालन न कर पाने की वजह से रियाज की तरह हमारे साथ जान दे रहे हैं।
पुंछ। वार्ड-12 निवासी जल शक्ति विभाग के अस्थायी कर्मचारी मोहम्मद रियाज पुत्र वली मोहम्मद ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। उसके घर और मोहल्ले में मातम छा गया है। रियाज अपने पीछे पांच बच्चों, पत्नी और बूढ़े मां बाप को छोड़ गया है। उधर रियाज की मौत का पता चलते ही दर्जनों की संख्या में उसके सहकर्मी डेलीवेजयर यूनियन के प्रधान मकबूल हुसैन और सचिव प्रदीप शर्मा की अगुवाई में रियाज के घर पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
रियाज के पिता वली मोहम्मद का कहना है कि माली हालत खराब होने के कारण रियाज काफी समय से तनाव में था। लोगों का कर्ज नहीं उतार पाने के कारण उसने अपनी जान दे दी है। अब उसके पांच बच्चों का पालन हम कैसे करेंगे। यूनियन के प्रदान मकबूल हुसैन ने सरकार पर नौजवानों की जाने लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि रियाज की तरह पहले भी हमारे कई साथी जान दे चुके हैं। क्योंकि 20-22 वर्ष काम करने के बाद भी सरकार की तरफ से न तो हम लोगों को स्थायी किया जा रहा है और न ही वेतन बढ़ाया जा रहा है। साल में एक दो माह का ही वेतन दिया जाता है, जिससे परिवारों का पालन न कर पाने की वजह से रियाज की तरह हमारे साथ जान दे रहे हैं।