कठुआ। हैदराबाद में दुष्कर्म के बाद डॉक्टर की हत्या के विरोध में देशभर के लोग गुस्से में हैं। जगह जगह रोष रैलियां निकाल कर आरोपियों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की जा रही है। कठुआ शहर में भी दुष्कर्म पीड़िता डॉक्टर को इंसाफ दिलाने के लिए युवाओं ने कैंडल मार्च निकाला। सर्वधर्म सेवा समिति के बैनर तले निकाले कैंडल मार्च में देश में बढ़ रही रेप की घटनाओं पर चिंता प्रकट की गई।
कैंडल मार्च में शामिल कार्तिक शर्मा ने कहा कि देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है और आए दिन देश के किसी न किसी कोने में दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन सरकार की ओर से इसके लिए किसी प्रकार का कोई कड़ा कानून नहीं बनाया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की कि संसद में प्रस्ताव पास कर कड़ा कानून बनाया जाए ताकि रेप के आरोपियों को बख्शा न जाए। उन्होंने देश में अरब देशों की तर्ज पर कानून बनाने की भी वकालत की।
उन्होंने कहा कि सरकार ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ जैसी योजनाएं चलाकर देश की नारी को सशक्त करने की कोशिश कर रही है लेकिन बेटियों को ऐसी घटनाओं से बचाने के लिए कोई कारगर प्रयास नहीं किया जा रहा है। युवाओं ने कहा कि वे ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। सरकार की ओर से कड़ा कानून बनाए जाने तक ऐसे ही रोष प्रकट करते रहेंगे।
कठुआ। हैदराबाद में दुष्कर्म के बाद डॉक्टर की हत्या के विरोध में देशभर के लोग गुस्से में हैं। जगह जगह रोष रैलियां निकाल कर आरोपियों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की जा रही है। कठुआ शहर में भी दुष्कर्म पीड़िता डॉक्टर को इंसाफ दिलाने के लिए युवाओं ने कैंडल मार्च निकाला। सर्वधर्म सेवा समिति के बैनर तले निकाले कैंडल मार्च में देश में बढ़ रही रेप की घटनाओं पर चिंता प्रकट की गई।
कैंडल मार्च में शामिल कार्तिक शर्मा ने कहा कि देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है और आए दिन देश के किसी न किसी कोने में दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन सरकार की ओर से इसके लिए किसी प्रकार का कोई कड़ा कानून नहीं बनाया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की कि संसद में प्रस्ताव पास कर कड़ा कानून बनाया जाए ताकि रेप के आरोपियों को बख्शा न जाए। उन्होंने देश में अरब देशों की तर्ज पर कानून बनाने की भी वकालत की।
उन्होंने कहा कि सरकार ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ जैसी योजनाएं चलाकर देश की नारी को सशक्त करने की कोशिश कर रही है लेकिन बेटियों को ऐसी घटनाओं से बचाने के लिए कोई कारगर प्रयास नहीं किया जा रहा है। युवाओं ने कहा कि वे ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। सरकार की ओर से कड़ा कानून बनाए जाने तक ऐसे ही रोष प्रकट करते रहेंगे।