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हीरानगर। अंतरराष्ट्रीय सीमा के किनारे बसे ग्रामीणों ने एक बार फिर कहा कि तारबंदी के पार हजारों एकड़ भूमि पर खेती नहीं कर सकने के कारण तंगहाली में पहुंचा दिया है। रविवार को हीरानगर सेक्टर के सीमांत किसानों की समस्याएं सुनने पहुंचे बीएसएफ की 68वीं बटालियन के सीओ एनएस ओजला को अपनी समस्याएं सुनाते हुए कहा कि क्षेत्र की करीब 22 किलोमीटर लंबी सीमा के किनारे बसे ग्रामीणों को खेती करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों ने यह भी कहा कि सुरक्षा बलों की तरफ से किसानों की जमीन पर निर्माण कार्य करवाया जा रहा है, लेकिन जमीन मालिकों को वर्षों से मुआवजा नहीं मिला है। किसानों ने सुरक्षा बांध की ऊंचाई भी बढ़ाने की मांग की। बीएसएफ के सीओ एनएस ओजला ने कहा कि किसानों को तारबंदी के आगे खेती करने के लिये कोई रोक नहीं है। पर इसके लिए क्षेत्र की बीएसएफ पोस्ट को सूचित करना अनिवार्य है। जल्द ही पांच और पोस्टों के मुआवजे की राशि औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जारी कर दी जायेगी। बैठक में पानसर के सरपंच बीडी शर्मा सहित किसान किरत सिंह, ईश्वर सिंह, बलकार चंद आिद मौजूद थे।
हीरानगर। अंतरराष्ट्रीय सीमा के किनारे बसे ग्रामीणों ने एक बार फिर कहा कि तारबंदी के पार हजारों एकड़ भूमि पर खेती नहीं कर सकने के कारण तंगहाली में पहुंचा दिया है। रविवार को हीरानगर सेक्टर के सीमांत किसानों की समस्याएं सुनने पहुंचे बीएसएफ की 68वीं बटालियन के सीओ एनएस ओजला को अपनी समस्याएं सुनाते हुए कहा कि क्षेत्र की करीब 22 किलोमीटर लंबी सीमा के किनारे बसे ग्रामीणों को खेती करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों ने यह भी कहा कि सुरक्षा बलों की तरफ से किसानों की जमीन पर निर्माण कार्य करवाया जा रहा है, लेकिन जमीन मालिकों को वर्षों से मुआवजा नहीं मिला है। किसानों ने सुरक्षा बांध की ऊंचाई भी बढ़ाने की मांग की। बीएसएफ के सीओ एनएस ओजला ने कहा कि किसानों को तारबंदी के आगे खेती करने के लिये कोई रोक नहीं है। पर इसके लिए क्षेत्र की बीएसएफ पोस्ट को सूचित करना अनिवार्य है। जल्द ही पांच और पोस्टों के मुआवजे की राशि औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जारी कर दी जायेगी। बैठक में पानसर के सरपंच बीडी शर्मा सहित किसान किरत सिंह, ईश्वर सिंह, बलकार चंद आिद मौजूद थे।