कठुआ। डिग्री कालेज कठुआ की एनएसएस इकाई द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष कैंप गांव निहालपुर में जारी है। कैंप के तीसरे दिन वालंटियरों ने ग्रामीणों को नुकड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। इसके साथ ही प्रस्तुत के द्वारा इन कुरीतियों पर कटाक्ष भी किया गया।
वालंटियरों ने नाटक के मध्यम से बताया कि किसी प्रकार सामाजिक कुरीतियों ने देश के विकास में बाधा पैदा की है। इन कुरीतियों को जड़ से मिटाने के बाद ही देश का पूरा विकास हो सकता है। इसके लिए लोगों को जागरूक करना सबसे अहम है। उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा, जात-पात, घरेलु हिंसा आदि जैसे मामले देश के विकास के लिए बाधा हैं। ये सब ग्रामीण क्षेत्रों को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं। उन्होंने कहा कि भारत गांव में बसता है, लेकिन वर्तमान में भी ग्रामीणों को इन कुरीतियों के बारे में जागरूकता का अभाव है। उन्होंने कहा कि जब तक देश का गांव जागरूक नहीं होगा, तब तक देश का विकास पूरा नहीं हो सकता।
आज देश के भाईचारे और आपसी सौहार्द की आवश्यकता है। इस मौके पर इकाई के समन्वयक प्रो नरेश, प्रो सुरम सिंह और प्रो राज किरण ने वालंटियरों के प्रयास की सराहना की और कहा कि वालंटियरों ने बहुत कम समय में कार्यक्रम का आयोजन कर ग्रामीणों को इनसे लड़ने के लिए जागरूक किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे में कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीणों को इन कुरीतियों के प्रति जागरूक किया जा सकता है।
कठुआ। डिग्री कालेज कठुआ की एनएसएस इकाई द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष कैंप गांव निहालपुर में जारी है। कैंप के तीसरे दिन वालंटियरों ने ग्रामीणों को नुकड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। इसके साथ ही प्रस्तुत के द्वारा इन कुरीतियों पर कटाक्ष भी किया गया।
वालंटियरों ने नाटक के मध्यम से बताया कि किसी प्रकार सामाजिक कुरीतियों ने देश के विकास में बाधा पैदा की है। इन कुरीतियों को जड़ से मिटाने के बाद ही देश का पूरा विकास हो सकता है। इसके लिए लोगों को जागरूक करना सबसे अहम है। उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा, जात-पात, घरेलु हिंसा आदि जैसे मामले देश के विकास के लिए बाधा हैं। ये सब ग्रामीण क्षेत्रों को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं। उन्होंने कहा कि भारत गांव में बसता है, लेकिन वर्तमान में भी ग्रामीणों को इन कुरीतियों के बारे में जागरूकता का अभाव है। उन्होंने कहा कि जब तक देश का गांव जागरूक नहीं होगा, तब तक देश का विकास पूरा नहीं हो सकता।
आज देश के भाईचारे और आपसी सौहार्द की आवश्यकता है। इस मौके पर इकाई के समन्वयक प्रो नरेश, प्रो सुरम सिंह और प्रो राज किरण ने वालंटियरों के प्रयास की सराहना की और कहा कि वालंटियरों ने बहुत कम समय में कार्यक्रम का आयोजन कर ग्रामीणों को इनसे लड़ने के लिए जागरूक किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे में कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीणों को इन कुरीतियों के प्रति जागरूक किया जा सकता है।