कठुआ। बसोहली कसबे से सटकर बहती रावी नदी और रंजीत सागर झील यहां के विकास के लिए अहम साबित होने वाली है। एक ओर जहां पहले ही रावी दरिया के इस हिस्से को नेशनल वाटर वे घोषित कर यहां जलमार्ग विकसित करने की कवायद पर काम चल रहा है, वहीं दशकों से देखा जा रहा रंजीत सागर झील में मनोरंजक वॉटर स्पोर्ट्स का सपना भी जल्द पूरा होने जा रहा है। बनी बसोहली विकास प्राधिकरण ने इसके लिए कवायद शुरू कर दी है। बाकायदा ईओआई यानि की एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के तहत निविदा आमंत्रित की गई है। रंजीत सागर झील के मुख्य रेजरवायर के दाहिने हिस्से और प्लाही इलाके में मनोरंजक वॉटर स्पोर्ट्स की गतिविधियों का आनंद यहां आने वाले पर्यटक इसी साल से ले सकेंगे।
विकास प्राधिकरण ने रजिस्टर्ड कंपनियों, फर्म और एडवेंचर टूअर आपरेटरों से पांच साल की अवधि तक निविधा आमंत्रित की है।
बनी विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नागेंद्र सिंह जंवाल ने बताया कि बसोहली से लेकर बनी का इलाका पर्यटन के लिहाज से बेहद मुफीद है। यहां सुविधाओं को बढ़ाने के साथ ही पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। बनी बसोहली विकास प्राधिकरण का मकसद इस इलाके को पर्यटन मानचित्र पर विकसित करना है, ताकि हिमाचल, पंजाब से आने वाले पर्यटकों को जम्मू संभाग के इन खूबसूरत इलाकों से भी रूबरू करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि रंजीत सागर झील देखने आने वाले पर्यटकों का रूझान बढ़ाने के लिए मनोरंजक वॉटर स्पोर्ट्स को शामिल करने की योजना पर काम शुरू हो चुका है। उम्मीद है कि इसका क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं के साथ साथ यहां की कला संस्कृति को दुनिया के सामने रखने में भी फायदा होगा।
पर्यटक उठा सकेंगे वाटर स्पोर्ट्स का लुत्फ
बसोहली के विश्व प्रसिद्ध पश्मीना और मिनिएचर पेंटिंग के नायाब नमूनों से पूरी दुनिया वाकिफ है। लेकिन सुविधाओं के अभाव में लोग इस इलाके की ओर कम बढ़ते रहे हैं। बनी बसोहली विकास प्राधिकरण ने रंजीत सागर झील के दाहिने किनारे और पलाही में पैडल बोटिंग, रोइंग, क्याकिंग, कैनोइंग के साथ-साथ मोटर बोटिंग का भी प्रावधान रखा है। इन मनोरंजक गतिविधियों को आपरेट करने के लिए यहां पर्यटकों की सुरक्षा को भी विशेष ध्यान में रखा जा रहा है। जिसके लिए पर्यटकों के इंश्योरेंस से लेकर, ट्रेंड गाइड और पंजीकृत उपकरणों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। जून महीने के पहले सप्ताह तक आमंत्रित निविदा सूचना के बाद औपचारिकताएं पूरी कर आने वाले कुछ ही महीनों से इन सेवाओं का लाभ पर्यटक बसोहली की रंजीत सागर झील में उठा सकेंगे।
कठुआ। बसोहली कसबे से सटकर बहती रावी नदी और रंजीत सागर झील यहां के विकास के लिए अहम साबित होने वाली है। एक ओर जहां पहले ही रावी दरिया के इस हिस्से को नेशनल वाटर वे घोषित कर यहां जलमार्ग विकसित करने की कवायद पर काम चल रहा है, वहीं दशकों से देखा जा रहा रंजीत सागर झील में मनोरंजक वॉटर स्पोर्ट्स का सपना भी जल्द पूरा होने जा रहा है। बनी बसोहली विकास प्राधिकरण ने इसके लिए कवायद शुरू कर दी है। बाकायदा ईओआई यानि की एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के तहत निविदा आमंत्रित की गई है। रंजीत सागर झील के मुख्य रेजरवायर के दाहिने हिस्से और प्लाही इलाके में मनोरंजक वॉटर स्पोर्ट्स की गतिविधियों का आनंद यहां आने वाले पर्यटक इसी साल से ले सकेंगे।
विकास प्राधिकरण ने रजिस्टर्ड कंपनियों, फर्म और एडवेंचर टूअर आपरेटरों से पांच साल की अवधि तक निविधा आमंत्रित की है।
बनी विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नागेंद्र सिंह जंवाल ने बताया कि बसोहली से लेकर बनी का इलाका पर्यटन के लिहाज से बेहद मुफीद है। यहां सुविधाओं को बढ़ाने के साथ ही पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। बनी बसोहली विकास प्राधिकरण का मकसद इस इलाके को पर्यटन मानचित्र पर विकसित करना है, ताकि हिमाचल, पंजाब से आने वाले पर्यटकों को जम्मू संभाग के इन खूबसूरत इलाकों से भी रूबरू करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि रंजीत सागर झील देखने आने वाले पर्यटकों का रूझान बढ़ाने के लिए मनोरंजक वॉटर स्पोर्ट्स को शामिल करने की योजना पर काम शुरू हो चुका है। उम्मीद है कि इसका क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं के साथ साथ यहां की कला संस्कृति को दुनिया के सामने रखने में भी फायदा होगा।
पर्यटक उठा सकेंगे वाटर स्पोर्ट्स का लुत्फ
बसोहली के विश्व प्रसिद्ध पश्मीना और मिनिएचर पेंटिंग के नायाब नमूनों से पूरी दुनिया वाकिफ है। लेकिन सुविधाओं के अभाव में लोग इस इलाके की ओर कम बढ़ते रहे हैं। बनी बसोहली विकास प्राधिकरण ने रंजीत सागर झील के दाहिने किनारे और पलाही में पैडल बोटिंग, रोइंग, क्याकिंग, कैनोइंग के साथ-साथ मोटर बोटिंग का भी प्रावधान रखा है। इन मनोरंजक गतिविधियों को आपरेट करने के लिए यहां पर्यटकों की सुरक्षा को भी विशेष ध्यान में रखा जा रहा है। जिसके लिए पर्यटकों के इंश्योरेंस से लेकर, ट्रेंड गाइड और पंजीकृत उपकरणों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। जून महीने के पहले सप्ताह तक आमंत्रित निविदा सूचना के बाद औपचारिकताएं पूरी कर आने वाले कुछ ही महीनों से इन सेवाओं का लाभ पर्यटक बसोहली की रंजीत सागर झील में उठा सकेंगे।