देश के पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में दिखाई देने लगा है। इसके चलते राजस्थान के चार शहरों में पारा माइनस में चला गया, जबकि मध्यप्रदेश के कई शहरों में शीतलहर चलने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई इलाके घने कोहरे की चपेट में हैं और यहां अगले पांच दिन ऐसा ही हाल बना रह सकता है। दरअसल, कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी हो रही है, जिसके चलते देश के उत्तर-पश्चिमी इलाकों न्यूनतम तापमान 3-5 डिग्री गिर सकता है।
बता दें कि लगातार दो-तीन दिन से पड़ रही कड़ाके की सर्दी राजस्थान में हर रिकॉर्ड तोड़ रही है। प्रदेश में लगातार दूसरे दिन चार शहरों में पारा माइनस में पहुंच गया। इस दौरान चूरू में करीब 46 साल बाद पारा -1.5 डिग्री पर पहुंच गया। इससे पहले चूरू में सबसे कम तापमान 28 दिसंबर 1973 को रिकॉर्ड किया गया था। उस दौरान न्यूनतम तापमान -4.6 डिग्री रहा था, जबकि साल 2011 में न्यूनतम तापमान -1.4 डिग्री तक पहुंचा था।
राजस्थान में चूरू के अलावा माउंट आबू, फतेहपुर और जोबनेर में न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया गया। सबसे कम तापमान माउंट आबू में रहा। यहां न्यूनतम तापमान -4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। ऐसी ही स्थिति चूरू और फतेहपुर शेखावाटी में भी बनी हुई है। फतेहपुर में पारा -3 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, जोबनेर में तापमान माइनस 1.4 डिग्री दर्ज हुआ।
शीतलहर का असर मध्य प्रदेश में भी नजर आने लगा है। राज्य के 70 प्रतिशत इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। भोपाल समेत 17 जिलों में रात का तापमान 8 डिग्री से नीचे पहुंच गया। भोपाल में 29 दिसंबर को दिन का तापमान सामान्य से 6 डिग्री नीचे 19.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इस दौरानउज्जैन समेत पांच अन्य जिलों में भी शीत लहर चलती रही। इंदौर और धार में भी लोग ठंड से कांपते रहे।
मध्यप्रदेश के भोपाल, ग्वालियर-चंबल संभाग, उज्जैन, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, शाजापुर, रतलाम, नीमच, मंदसौर, राजगढ़, सीहोर, रायसेन, इंदौर और धार जिलों में शीतलहर चलने का अनुमान है।
देश के पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में दिखाई देने लगा है। इसके चलते राजस्थान के चार शहरों में पारा माइनस में चला गया, जबकि मध्यप्रदेश के कई शहरों में शीतलहर चलने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई इलाके घने कोहरे की चपेट में हैं और यहां अगले पांच दिन ऐसा ही हाल बना रह सकता है। दरअसल, कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी हो रही है, जिसके चलते देश के उत्तर-पश्चिमी इलाकों न्यूनतम तापमान 3-5 डिग्री गिर सकता है।
राजस्थान में ऐसा है हाल
बता दें कि लगातार दो-तीन दिन से पड़ रही कड़ाके की सर्दी राजस्थान में हर रिकॉर्ड तोड़ रही है। प्रदेश में लगातार दूसरे दिन चार शहरों में पारा माइनस में पहुंच गया। इस दौरान चूरू में करीब 46 साल बाद पारा -1.5 डिग्री पर पहुंच गया। इससे पहले चूरू में सबसे कम तापमान 28 दिसंबर 1973 को रिकॉर्ड किया गया था। उस दौरान न्यूनतम तापमान -4.6 डिग्री रहा था, जबकि साल 2011 में न्यूनतम तापमान -1.4 डिग्री तक पहुंचा था।
माउंट आबू सबसे ठंडा
राजस्थान में चूरू के अलावा माउंट आबू, फतेहपुर और जोबनेर में न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया गया। सबसे कम तापमान माउंट आबू में रहा। यहां न्यूनतम तापमान -4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। ऐसी ही स्थिति चूरू और फतेहपुर शेखावाटी में भी बनी हुई है। फतेहपुर में पारा -3 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, जोबनेर में तापमान माइनस 1.4 डिग्री दर्ज हुआ।
मध्यप्रदेश भी बेहाल
शीतलहर का असर मध्य प्रदेश में भी नजर आने लगा है। राज्य के 70 प्रतिशत इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। भोपाल समेत 17 जिलों में रात का तापमान 8 डिग्री से नीचे पहुंच गया। भोपाल में 29 दिसंबर को दिन का तापमान सामान्य से 6 डिग्री नीचे 19.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इस दौरानउज्जैन समेत पांच अन्य जिलों में भी शीत लहर चलती रही। इंदौर और धार में भी लोग ठंड से कांपते रहे।
इन शहरों में चलेगी शीतलहर!
मध्यप्रदेश के भोपाल, ग्वालियर-चंबल संभाग, उज्जैन, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, शाजापुर, रतलाम, नीमच, मंदसौर, राजगढ़, सीहोर, रायसेन, इंदौर और धार जिलों में शीतलहर चलने का अनुमान है।