Hindi News
›
India News
›
World Environment Day, From salt fish to plastic dissolving in lakes and beaches
{"_id":"647d2f3e9f267c68d30b3ad3","slug":"world-environment-day-from-salt-fish-to-plastic-dissolving-in-lakes-and-beaches-2023-06-05","type":"story","status":"publish","title_hn":"प्लास्टिक प्रलय: नमक, मछली से लेकर झीलों और समुद्र तटों में घुल रहा Plastic, यह पर्यावरण से हम तक पहुंच रहा","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
प्लास्टिक प्रलय: नमक, मछली से लेकर झीलों और समुद्र तटों में घुल रहा Plastic, यह पर्यावरण से हम तक पहुंच रहा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Jeet Kumar
Updated Mon, 05 Jun 2023 06:11 AM IST
प्लास्टिक की खपत कम करने से माइक्रोप्लास्टिक को कम किया जा सकता है। इसके लिए सिर्फ सरकार नहीं, बल्कि उद्योग और आम लोगों को भी मिलकर काम करना होगा। लोगों को व्यक्तिगत स्तर पर पहल करनी चाहिए, जैसे सिंगल यूज प्लास्टिक, बोतलबंद पानी और प्लास्टिक पैकेजिंग का उपयोग न करें।
plastic pollution
- फोटो : सोशल मीडिया
Link Copied
विस्तार
Follow Us
जिस प्लास्टिक के बिना हम अपने चारों ओर नजर आने वाली कई चीजों की कल्पना भी नहीं कर सकते, वही आज हमारे लिए जहर बन चुका है। यह हवा, पानी, मिट्टी में तेजी से घुल रहा है और यहीं से हमारे शरीर में दाखिल हो रहा है। इसे रोकने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस को इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र ने 'प्लास्टिक प्रदूषण के लिए समाधान' तलाशने की थीम दी है।
माइक्रोप्लास्टिक से बिगड़ते हालात पर भारत में इस साल हुए अध्ययनों पर अमर उजाला ने भी नजर डाली और तैयार की यह विशेष रिपोर्ट, जो देश की प्राकृतिक संपदा से लेकर भोजन व हमारे शरीर तक में घुलते प्लास्टिक की कहानी समझाती है।
20 किलो प्लास्टिक कचरा पैदा किया एक भारतीय ने साल 2022 में
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कहता है कि देश के कुल कचरे में प्लास्टिक 8 प्रतिशत है। यह आंकड़ा कम लग सकता है, लेकिन जब पता चलता है कि इसकी मात्रा लगातार बढ़ रही है और यह सैकड़ों वर्षों तक वातावरण में बना रहता है, तो छोटी मात्रा के बड़े नुकसान हमें समझ आते हैं।
प्लास्टिक से वातावरण को बचाने के लिए इसे रिसाइकल करने और उपयोग घटाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। वैज्ञानिकों के अनुसार, 1 टन प्लास्टिक से करीब 3.8 बैरल पेट्रोलियम भी बन सकता है। सड़कों से लेकर कपड़े बनाने में भी प्लास्टिक काम आने लगा है।
4.3% हिस्सा अकेले पैकिंग में उपयोग हो रहा है प्लास्टिक का देश में। इस पैकिंग का उपयोग भी एक बार ही होता है।
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।