वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Updated Wed, 20 Nov 2019 08:43 AM IST
सऊदी अरब में अमेरिकी हितों की रक्षा करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीन हजार सैनिकों के तैनाती की मंजूरी दे दी है। ट्रंप ने मंगलवार को अमेरिकी कांग्रेस को औपचारिक रूप से इसका सूचना दी।
सऊदी अरब में तेल संयंत्र पर संदिग्ध ड्रोन हमले के बाद अमेरिका ने यह कदम उठाया है। बता दें कि इस हमले के लिए सऊदी ने ईरान को जिम्मेदार बताया था। हालांकि ईरान ने ऐसे किसी भी हमले में अपना हाथ होने से साफ इनकार किया था।
अमेरिकी कांग्रेस को लिखे पत्र में राष्ट्रपति ट्रंप ने लिखा कि सऊदी अरब में अमेरिका के हितों की रक्षा और ईरान द्वारा बढ़ते खतरों से निपटने के लिए इन सैनिकों को तैनात किया गया है। उन्होंने लिखा कि सैनिकों की तैनाती से ईरान के आक्रामक नीति का जवाब दिया जा सकेगा। इससे क्षेत्र में स्थिरता भी आएगी।
ट्रंप ने यह भी लिखा कि इन सैनिकों में से अधिकांश को पहले ही सऊदी अरब भेजा जा चुका है। बाकी जवानों को भी जल्द ही तैनात क र दिया जाएगा। इनकी कुल संख्या तीन हजार होगी।
सऊदी अरब में अमेरिकी हितों की रक्षा करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीन हजार सैनिकों के तैनाती की मंजूरी दे दी है। ट्रंप ने मंगलवार को अमेरिकी कांग्रेस को औपचारिक रूप से इसका सूचना दी।
सऊदी अरब में तेल संयंत्र पर संदिग्ध ड्रोन हमले के बाद अमेरिका ने यह कदम उठाया है। बता दें कि इस हमले के लिए सऊदी ने ईरान को जिम्मेदार बताया था। हालांकि ईरान ने ऐसे किसी भी हमले में अपना हाथ होने से साफ इनकार किया था।
अमेरिकी कांग्रेस को लिखे पत्र में राष्ट्रपति ट्रंप ने लिखा कि सऊदी अरब में अमेरिका के हितों की रक्षा और ईरान द्वारा बढ़ते खतरों से निपटने के लिए इन सैनिकों को तैनात किया गया है। उन्होंने लिखा कि सैनिकों की तैनाती से ईरान के आक्रामक नीति का जवाब दिया जा सकेगा। इससे क्षेत्र में स्थिरता भी आएगी।
ट्रंप ने यह भी लिखा कि इन सैनिकों में से अधिकांश को पहले ही सऊदी अरब भेजा जा चुका है। बाकी जवानों को भी जल्द ही तैनात क र दिया जाएगा। इनकी कुल संख्या तीन हजार होगी।