न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Fri, 13 Jul 2018 06:26 AM IST
26 जनवरी 2019 गणतंत्र दिवस परेड में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप भारत के मुख्य अतिथि हो सकते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारत ने अगले साल 2019 गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को शिरकत करने का न्योता दिया है। हालांकि भारत अभी अपने इस न्योते पर अमेरिका की आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने अमेरिका को यह न्योता अप्रैल माह में भेजा है। बताया जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन भारत के न्योते पर विचार कर रहा है। भारत ने अमेरिका को यह न्योता दोनों देशों के बीच कई बार की राजनयिक चर्चा के बाद भेजा है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति भारत का यह न्योता स्वीकार करते हैं तो दोनों देशों के बीच विदेश नीति के स्तर पर नरेंद्र मोदी सरकार की एक बड़ी कामयाबी होगी।
ट्रंप ने अगर मुख्य अतिथि बनने पर हामी भरी तो यह दूसरा मौका होगा जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति भारत में गणतंत्र दिवस का मुख्य अतिथि होगा। इससे पहले वर्ष 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि बने थे। साल 2016 में अबुधाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायेद ने मुख्य अतिथि बनने का भारत का न्योता स्वीकार किया था।
गौरतलब है कि चुनाव जीतने के बाद ट्रंप को सबसे पहले बधाई देने वालों में पीएम मोदी भी शामिल थे। पद संभालने के बाद ट्रंप ने भी एशियाई देशों में सबसे पहले भारत से संपर्क साधा और फोन पर पीएम मोदी से बातचीत की।
26 जनवरी 2019 गणतंत्र दिवस परेड में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप भारत के मुख्य अतिथि हो सकते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारत ने अगले साल 2019 गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को शिरकत करने का न्योता दिया है। हालांकि भारत अभी अपने इस न्योते पर अमेरिका की आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने अमेरिका को यह न्योता अप्रैल माह में भेजा है। बताया जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन भारत के न्योते पर विचार कर रहा है। भारत ने अमेरिका को यह न्योता दोनों देशों के बीच कई बार की राजनयिक चर्चा के बाद भेजा है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति भारत का यह न्योता स्वीकार करते हैं तो दोनों देशों के बीच विदेश नीति के स्तर पर नरेंद्र मोदी सरकार की एक बड़ी कामयाबी होगी।
ट्रंप ने अगर मुख्य अतिथि बनने पर हामी भरी तो यह दूसरा मौका होगा जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति भारत में गणतंत्र दिवस का मुख्य अतिथि होगा। इससे पहले वर्ष 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि बने थे। साल 2016 में अबुधाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायेद ने मुख्य अतिथि बनने का भारत का न्योता स्वीकार किया था।
गौरतलब है कि चुनाव जीतने के बाद ट्रंप को सबसे पहले बधाई देने वालों में पीएम मोदी भी शामिल थे। पद संभालने के बाद ट्रंप ने भी एशियाई देशों में सबसे पहले भारत से संपर्क साधा और फोन पर पीएम मोदी से बातचीत की।