Hindi News
›
India News
›
Pakistani ISI organising protests through pro-Khalistan elements
{"_id":"64189cd61cb59813cc0862d5","slug":"pakistani-isi-organising-protests-through-pro-khalistan-elements-2023-03-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"Amritpal Case: खालिस्तान समर्थकों के प्रदर्शन के जरिए ISI रच रही साजिश; भारत में बैन किए गए कई ट्विटर एकाउंट","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
Amritpal Case: खालिस्तान समर्थकों के प्रदर्शन के जरिए ISI रच रही साजिश; भारत में बैन किए गए कई ट्विटर एकाउंट
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: शिव शरण शुक्ला
Updated Mon, 20 Mar 2023 11:20 PM IST
सार
लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें
दुनिया के विभिन्न हिस्सों में हाल की घटनाओं का हवाला देते हुए खुफिया अधिकारियों ने कहा कि खालिस्तानी तत्वों के माध्यम से उनकी धार्मिक भावनाओं का शोषण करने के लिए आईएसआई एजेंटों द्वारा भारतीय हितों के स्थानों पर विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की योजना बनाई गई है।
खालिस्तान की मांग करने वाले अमृतपाल पर जैसे ही भारत में कानूनी शिकंजा कसना शुरू किया गया ठीक उसी दरम्यान अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में भारत विरोधी खालिस्तानी गतिविधियां तेज हो गई। इस बीच, अधिकारियों ने दावा किया है कि भारत के खिलाफ खालिस्तान समर्थकों को उकसाने के पीछे पाकिस्तान की आईएसआई का हाथ है। खुफिया अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने षडयंत्र के तहत विदेशों में खालिस्तान समर्थकों को प्रदर्शन आयोजित करने के लिए उकसाया है। खुफिया अधिकारियों का दावा है कि खालिस्तान समर्थक तत्वों के सभी कृत्यों को विभिन्न देशों में सक्रिय आईएसआई एजेंटों द्वारा अंजाम दिया गया था। इस बीच भारत में कई अन्य खालिस्तान समर्थकों के ट्विटर खातों को बंद कर दिया गया है। इसमें कई कनाड़ा के अधिकारी भी शामिल हैं।
आईएसआई एजेंट करा रहे भारत के खिलाफ प्रदर्शन
दुनिया के विभिन्न हिस्सों में हाल की घटनाओं का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि खालिस्तानी तत्वों के माध्यम से उनकी धार्मिक भावनाओं का शोषण करने के लिए आईएसआई एजेंटों द्वारा भारतीय हितों के स्थानों पर विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की योजना बनाई गई है।
विदेशों में खालिस्तान समर्थकों का विरोध
अधिकारियों ने यह दावा तब किया है जबकि 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख अमृतपाल के समर्थन में लंदन और सैन फ्रांसिस्को में खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय दूतावासों को निशाना बनाया है। रविवार को लंदन में भारतीय उच्चायोग पर से राष्ट्रीय ध्वज को उतारने की कोशिश की गई। वहीं, सोमवार को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में भी छिटपुट विरोध प्रदर्शन हुए।
इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में भारत के वाणिज्य दूतावास को खालिस्तान समर्थकों द्वारा कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था। वहीं, हाल ही में भारत दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने भारत को आश्वासन दिया था कि उनकी सरकार ऐसे चरम कार्यों को सहन नहीं करेगी।
साथ ही, मेलबर्न में कई हिंदू मंदिरों में भी हाल के महीनों में खालिस्तान समर्थकों द्वारा तोड़फोड़ की गई थी। इतना ही नहीं, कनाडा ने हाल ही में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है।
अमृतपाल के खिलाफ भारत में कार्रवाई तेज
भारत में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके साथियों पर एक्शन जारी है। पंजाब पुलिस की कई टीमें इसे पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रहीं हैं। सोमवार को उसके समर्थकों पर एनएसए लगाया गया। वहीं, रविवार को उसके 34 साथी गिरफ्तार कर लिए गए। इसके बाद कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल फरार हो गया है। अमृतपाल को पिछले साल 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख नियुक्त किया गया था, जिसकी स्थापना अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू ने की थी, जिनकी फरवरी 2022 में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।
यह भी पढ़ें- Amritpal Case: अमेरिका में भारतीय दूतावास पर खालिस्तान समर्थकों का हमला; ऑस्ट्रेलियाई संसद के बाहर भी जमावड़ा
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।