शिवसेना के 40 विधायकों के बाद अब पार्टी के 12 सांसद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने की तैयारी में हैं। शिंदे गुट के विधायक और पूर्व मंत्री गुलाबराव पाटिल ने यह दावा किया। एक दिन पहले दक्षिण मध्य मुंबई से शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान के लिए उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है। जबकि शिवसेना पहले से ही विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के समर्थन में हैं।
शिवसेना में जहां उद्धव ठाकरे का आदेश ही सर्वोपरि माना जाता है, वहां राहुल शेवाले ने उन्हें पत्र लिखकर अपना रुख जाहिर कर दिया है। इससे भी शिवसेना सांसदों के शिंदे गुट में शामिल होने की चर्चा को बल मिला है। गुलाब राव पाटिल ने दावा किया, फिलहाल 55 में से 40 विधायकों के अलावा 22 पूर्व विधायक भी हमारे साथ हैं। पाटिल ने कहा कि शिंदे गुट ही असली शिवसेना है और शिंदे गुट शिवसेना के सम्मान को फिर से बहाल करेगा।
किसके साथ हैं कितने सांसद
शिंदे गुट में आने वाले शिवसेना सांसदों में सबसे पहला नाम उनके पुत्र कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे का है। इसके अलावा रामटेक से सांसद रामकृपाल तुमाने, हिंगोली से हेमंत पाटिल, शिर्डी से सदाशिव लोखंडे, यवतमाल से भावना गवली, दक्षिण-मध्य मुंबई से राहुल शेवाले, बुलढाणा से प्रतापराव जाधव, पालघर से राजेंद्र गावित, नासिक से हेमंत गोडसे, मावल से श्रीरंग बारणे और ठाणे से राजन विचारे के नाम की चर्चा है।
वहीं, उद्धव ठाकरे खेमे में 7 सांसद हैं, जिनमें दक्षिण मुंबई से अरविंद सावंत, उत्तर-पश्चिम मुंबई से गजानन कीर्तिकर, उस्मानाबाद से ओमराजे निंबालकर, हातकलंगणे से धैर्यशील माने, परभणी से संजय बंडू जाधव, कोल्हापुर से संजय मंडलिक और दादरा नगर हवेली से कलाबेन डेलकर हैं।
शिवसेना की याचिका से लटका मंत्रिमंडल का विस्तार
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार में नए मंत्रिमंडल का विस्तार उद्धव ठाकरे गुट की याचिका की वजह से अधर में लटक गया है। उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट में शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने वाली याचिका दायर की है, जिस पर सुनवाई के बाद ही मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना है।
- शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से पार्टी सचेतक को मान्यता न देने के विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को चुनौती दी गई है। सुप्रीम कोर्ट 11 जुलाई को सभी याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। इसके बाद राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार होगा।
- शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों की टूट के बाद राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने तब के सीएम उद्धव ठाकरे को शक्ति परीक्षण का आदेश दिया था। लेकिन फ्लोर टेस्ट का सामना करने से एक दिन पहले ही उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया था।
विस्तार
शिवसेना के 40 विधायकों के बाद अब पार्टी के 12 सांसद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने की तैयारी में हैं। शिंदे गुट के विधायक और पूर्व मंत्री गुलाबराव पाटिल ने यह दावा किया। एक दिन पहले दक्षिण मध्य मुंबई से शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान के लिए उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है। जबकि शिवसेना पहले से ही विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के समर्थन में हैं।
शिवसेना में जहां उद्धव ठाकरे का आदेश ही सर्वोपरि माना जाता है, वहां राहुल शेवाले ने उन्हें पत्र लिखकर अपना रुख जाहिर कर दिया है। इससे भी शिवसेना सांसदों के शिंदे गुट में शामिल होने की चर्चा को बल मिला है। गुलाब राव पाटिल ने दावा किया, फिलहाल 55 में से 40 विधायकों के अलावा 22 पूर्व विधायक भी हमारे साथ हैं। पाटिल ने कहा कि शिंदे गुट ही असली शिवसेना है और शिंदे गुट शिवसेना के सम्मान को फिर से बहाल करेगा।
किसके साथ हैं कितने सांसद
शिंदे गुट में आने वाले शिवसेना सांसदों में सबसे पहला नाम उनके पुत्र कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे का है। इसके अलावा रामटेक से सांसद रामकृपाल तुमाने, हिंगोली से हेमंत पाटिल, शिर्डी से सदाशिव लोखंडे, यवतमाल से भावना गवली, दक्षिण-मध्य मुंबई से राहुल शेवाले, बुलढाणा से प्रतापराव जाधव, पालघर से राजेंद्र गावित, नासिक से हेमंत गोडसे, मावल से श्रीरंग बारणे और ठाणे से राजन विचारे के नाम की चर्चा है।
वहीं, उद्धव ठाकरे खेमे में 7 सांसद हैं, जिनमें दक्षिण मुंबई से अरविंद सावंत, उत्तर-पश्चिम मुंबई से गजानन कीर्तिकर, उस्मानाबाद से ओमराजे निंबालकर, हातकलंगणे से धैर्यशील माने, परभणी से संजय बंडू जाधव, कोल्हापुर से संजय मंडलिक और दादरा नगर हवेली से कलाबेन डेलकर हैं।
शिवसेना की याचिका से लटका मंत्रिमंडल का विस्तार
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार में नए मंत्रिमंडल का विस्तार उद्धव ठाकरे गुट की याचिका की वजह से अधर में लटक गया है। उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट में शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने वाली याचिका दायर की है, जिस पर सुनवाई के बाद ही मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना है।
- शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से पार्टी सचेतक को मान्यता न देने के विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को चुनौती दी गई है। सुप्रीम कोर्ट 11 जुलाई को सभी याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। इसके बाद राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार होगा।
- शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों की टूट के बाद राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने तब के सीएम उद्धव ठाकरे को शक्ति परीक्षण का आदेश दिया था। लेकिन फ्लोर टेस्ट का सामना करने से एक दिन पहले ही उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया था।