न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sat, 23 Nov 2019 02:16 AM IST
भारत और चीन राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर संयुक्त रूप से 70 कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। इस संबंध में पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अनौपचारिक शिखर बैठक के दौरान निर्णय किया गया था।
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि इन गतिविधियों में संसदीय आदान-प्रदान शामिल है और इसके जरिए दोनों सभ्यताओं के बीच ऐतिहासिक संपर्क के साथ ही बीते वर्षों के दौरान बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाया जाएगा। दोनों देशों के लोगों के बीच सभी स्तर पर आपसी संपर्क बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा।
इस दौरान दोनों देशों के जनप्रतिनिधि, कारोबारी, शिक्षाविद, सांस्कृतिक और युवा संगठनों के साथ ही रक्षा बल भी एक दूसरे से मिलेंगे। मंत्रालय ने बताया कि तमिलनाडु और चीन के फ्यूजियन प्रांत के माध्यम से दोनों देशों के बीच प्राचीन जलमार्ग संबंधों के अध्ययन के लिए साझा परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।
साथ ही तमिलनाडु और चीनी प्रांत के बीच संबंधों का अध्ययन करने के लिए एक अकादमी की स्थापना की संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी। मंत्रालय ने बताया कि ये गतिविधियां 2020-2021 के बीच आयोजित की जाएंगी। चीनी पक्ष भारत में चीन-भारत व्यापार और निवेश सहयोग मंच का आयोजन करेगा।
भारत और चीन राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर संयुक्त रूप से 70 कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। इस संबंध में पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अनौपचारिक शिखर बैठक के दौरान निर्णय किया गया था।
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि इन गतिविधियों में संसदीय आदान-प्रदान शामिल है और इसके जरिए दोनों सभ्यताओं के बीच ऐतिहासिक संपर्क के साथ ही बीते वर्षों के दौरान बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाया जाएगा। दोनों देशों के लोगों के बीच सभी स्तर पर आपसी संपर्क बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा।
इस दौरान दोनों देशों के जनप्रतिनिधि, कारोबारी, शिक्षाविद, सांस्कृतिक और युवा संगठनों के साथ ही रक्षा बल भी एक दूसरे से मिलेंगे। मंत्रालय ने बताया कि तमिलनाडु और चीन के फ्यूजियन प्रांत के माध्यम से दोनों देशों के बीच प्राचीन जलमार्ग संबंधों के अध्ययन के लिए साझा परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।
साथ ही तमिलनाडु और चीनी प्रांत के बीच संबंधों का अध्ययन करने के लिए एक अकादमी की स्थापना की संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी। मंत्रालय ने बताया कि ये गतिविधियां 2020-2021 के बीच आयोजित की जाएंगी। चीनी पक्ष भारत में चीन-भारत व्यापार और निवेश सहयोग मंच का आयोजन करेगा।