विज्ञापन
Hindi News ›   India News ›   DK and Siddaramaiah formula will make talk in Rajasthan important issue raised in Congress meeting update

Politics: 'डीके और सिद्धारमैया' वाले फॉर्मूले से बनेगी राजस्थान में बात! कांग्रेस की बैठक में उठा यह अहम मुद्द

Ashish Tiwari आशीष तिवारी
Updated Tue, 30 May 2023 10:02 PM IST
सार

कांग्रेस पार्टी की बैठक में तय यह भी हुआ कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक साथ एक मंच पर बैठेंगे और राजस्थान में पार्टी की नीतियों को एक सुर में आगे बढ़ाएंगे। राजनैतिक जानकार मानते हैं कि अभी राजस्थान में चुनाव को छह महीने हैं। ऐसे में यह कहना कि इतने महीने तक दोनों नेता एक ही सुर में सुर मिला पाएंगे, असंभव सा लग रहा है।

DK and Siddaramaiah formula will make talk in Rajasthan important issue raised in Congress meeting update
अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने कांग्रेस आलाकमान के साथ की अहम बैठक। - फोटो : ANI

विस्तार
Follow Us

कर्नाटक में चुनावों से पहले राजस्थान जैसी ही रार कांग्रेस में मची हुई थी। अप्रैल के दूसरे सप्ताह में कांग्रेस के तीन बड़े नेता बैंगलोर में एक बैठक करते हैं। उसके बाद तमाम कड़वाहट और तीखी तकरार के बाद भी सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार न सिर्फ डाइनिंग टेबल पर साथ साथ नजर आते हैं बल्कि बड़ी बैठकों में भी हंसते और बात करते हुए नजर आने लगे हैं। कर्नाटक में आपसी रार के बीच में कांग्रेस ने जो फार्मूला निकाला अब उसी फार्मूले से राजस्थान में भी कांग्रेस कर्नाटक जैसे चमत्कार की उम्मीद कर रही है। हालांकि कांग्रेस के नेताओं का ही मानना है कि सचिन सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच समझौते का यह वक्त अभी मुफीद नहीं है। क्योंकि चुनाव में अभी वक्त है और यह 'समझौता' इतने दिन टिकेगा इसकी कोई गारंटी नहीं।



राजस्थान के सियासी हालातों को देखते हुए कांग्रेस के बड़े नेताओं ने सोमवार को ही बैठक में कर्नाटक फार्मूले का जिक्र कर सियासी हल निकालने की बात कही। बैठक में शामिल सूत्रों का कहना है कि इस दौरान इस बात का जिक्र किया गया कि कर्नाटक में जिस तरीके से डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया ने तमाम विवादों के बाद भी पूरे चुनाव में जब जहां मौका मिला साथ में बैठे और एक संदेश देने की कोशिश की कि दोनों के बीच में विवाद भले रहा हो लेकिन पार्टी आलाकमान ने समझौता करा दिया है। कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के मामले में ऐसा नहीं हो पा रहा है। जिस तरीके की तस्वीरें अशोक गहलोत और सचिन पायलट की आई उससे कांग्रेस के मैनेजमेंट की भी परत खुल गई। 


मामला सुलझ गया है, यह दिखाना जरूरी है
पार्टी से जुड़े वरिष्ठ नेता बताते हैं कि कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में अप्रैल के दूसरे सप्ताह में प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, एमबी पाटील और जी परमेश्वर कांग्रेस के दोनों बड़े नेता सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार की बड़ी बैठक हुई। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक तरुण सिंह के मुताबिक उस बैठक के बाद जो तस्वीरें आनी शुरू हुई उससे कांग्रेस के चुनाव में कम से कम दो बड़े नेताओं के विवाद की वजह से परिणामों पर असर कम पड़ने की बात कही जाने लगी। कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि राजस्थान मामले में भी इसी तरह से सोमवार को ही बैठक से पहले यह तय किया गया कि मामले को सुलझाया जाना जितना जरूरी है उससे ज्यादा सुलझे हुए मामले को दिखाया जाना भी जरूरी है। संदेश स्पष्ट हो कि जो भी समझौता हुआ है उस पर दोनों नेताओं की सहमति है। राजनीतिक विश्लेषक तरुण कहते हैं कि सोमवार की रात राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की जो तस्वीरें बाहर आई उससे कांग्रेस पार्टी अपनी ओर से किए गए समझौते को ही दिखा पाई। इससे ये साबित नहीं हुआ कि दोनों नेताओं के बीच सब कुछ सामान्य हो गया है।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Independence day

अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर

Next Article

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

app Star

ऐड-लाइट अनुभव के लिए अमर उजाला
एप डाउनलोड करें

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
X
Jobs

सभी नौकरियों के बारे में जानने के लिए अभी डाउनलोड करें अमर उजाला ऐप

Download App Now

अपना शहर चुनें और लगातार ताजा
खबरों से जुडे रहें

एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed

Reactions (0)

अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं

अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें