कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ओर से 2019 में मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी के मामले पर गुरुवार को सूरत की एक कोर्ट ने फैसला सुनाया। कोर्ट ने उन्हें मामले में दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई है। हालांकि, मामले में उन्हें तुरंत ही जमानत भी मिल गई। वहीं मामले पर राहुल और अन्य विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की बात को कोट करते हुए लिखा, मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।
वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय मल्लिकार्जुन खरगे ने अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें जमानत मिल गई है। हम शुरू से जानते हैं कि वे जज बदलते रहे। हम कानून और न्यायपालिका में भरोसा रखते हैं और हम कानून के मुताबिक इसके खिलाफ लड़ेंगे।
वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, हम कहते रहे हैं कि हमारा लोकतंत्र खतरे में है, क्योंकि न्यायपालिका, चुनाव आयोग, ईडी पर दबाव है और उन सभी का दुरुपयोग किया जा रहा है। सभी फैसले प्रभाव में लिए जाते हैं। इस तरह की टिप्पणियां आम हैं..राहुल गांधी एक साहसी व्यक्ति हैं और केवल वही एनडीए सरकार के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
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मेरे भाई न कभी डरे हैं, न कभी डरेंगे: प्रियंका गांधी वाड्रा, कांग्रेस महासचिव
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्वीट में प्रतिक्रिया देते हुए कहा, डरी हुई सत्ता की पूरी मशीनरी साम, दाम, दंड, भेद लगाकर राहुल गांधी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। मेरे भाई न कभी डरे हैं, न कभी डरेंगे। सच बोलते हुए जिये हैं, सच बोलते रहेंगे। देश के लोगों की आवाज उठाते रहेंगे। सच्चाई की ताकत व करोड़ों देशवासियों का प्यार उनके साथ है।
अदालत का सम्मान करते हैं, लेकिन फैसले से सहमत नहीं: अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के मुख्यमंत्री
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, गैर बीजेपी नेताओं और पार्टियों पर मुकदमे करके उन्हें खत्म करने की साजिश हो रही है। हमारे कांग्रेस से मतभेद हैं, मगर राहुल गांधी को इस तरह मानहानि मुकदमे में फंसाना ठीक नहीं। जनता और विपक्ष का काम है सवाल पूछना। हम अदालत का सम्मान करते हैं, पर इस निर्णय से असहमत हैं।
राहुल ने अपना फर्ज निभाया, सजा को हंसते-हंसते गले लगाया: श्रीनिवास बीवी, भारतीय युवा कांग्रेस
भारतीय राष्ट्रीय युवा कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास बीवी ने अपने ट्वीट में कहा, अदालत से माफी की जगह, सजा को हंसते हंसते गले लगाया, राहुल गांधी ने अपना फर्ज निभाया..तानाशाह के खिलाफ जंग जारी है...इंकलाब जिंदाबाद।
देश को बर्बाद होने से रोकने की लड़ाई आसान नहीं: पवन खेड़ा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, इस खूबसूरत देश को बर्बाद होने से रोकने की लड़ाई आसान नहीं है। यह ना कल शुरू हुई है और ना ही कल खत्म हो जाएगी। जॉन एलिया कहते हैं :‘ये तो बस सर ही मांगता है मियां, इश्क पर कर्बला का साया है…’ राहुल गांधी को हिंदुस्तान से इश्क है। वो सवाल उठाता रहेगा।
अदाणी मामले से ध्यान हटाना चाहते हैं: जयराम रमेश, कांग्रेस महासचिव
वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, डिस्टोर्ट, डिफेम, डाइवर्ट- थ्रीडी। ये मैं प्रधानमंत्री की भाषा इस्तेमाल कर रहा हूं। उन्होंने राहुल गांधी के बयानों को डिस्टोर्ट (तोड़-मरोड़कर पेश करना) किया। उन्हें डिफेम (बदनाम करना) करने की कोशिश की और अब अडानी के मामले से डायवर्ट (ध्यान भटकाना) करना चाहते हैं।
तानाशाही के खिलाफ आवाज उठा रहे राहुल गांधी: रेवंत रेड्डी, कांग्रेस सांसद
कांग्रेस सांसद रेवंत रेड्डी ने कहा, राहुल गांधी तानाशाही के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उनके पास यह कहने का साहस है कि जो गलत है वह गलत है। अत्याचारी इस साहस से घबराया हुआ है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि गुरुवार को मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर 50 से ज्यादा सांसदों की बैठक हुई. कल सुबह 10 बजे उन्होंने सभी विपक्षी दलों के सांसदों को बैठक के लिए बुलाया। सुबह 11:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक विपक्षी दल विरोध करने के लिए विजय चौक तक पैदल मार्च करेंगे। हमने राष्ट्रपति से कल उनका समय मांगा है।
साथ ही उन्होंने कहा कि कल शाम कांग्रेस अध्यक्ष व कांग्रेस विधायक दल के नेता की अलग-अलग राज्यों में होने वाले कार्यक्रमों को लेकर बैठक होगी। राहुल गांधी पर यह फैसला पीएम मोदी सरकार की गंदी राजनीति का उदाहरण है। हम कानूनी और राजनीतिक रूप से इससे लड़ेंगे।
इसके साथ ही कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हमने स्थिति का विश्लेषण किया है। जहां तक कांग्रेस पार्टी का संबंध है, यह फैसला बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था। हम कांग्रेस पार्टी के लिए एक एकजुटता मार्च करेंगे। हम राष्ट्रपति से मिलने का समय मांग रहे हैं।
आगे उन्होंने कहा कि पहले दिन से जब राहुल गांधी ने अदाणी का मुद्दा उठाया तो भारत सरकार का पक्ष उन्हें रोकने के लिए आ गया। वे नहीं चाहते कि राहुल गांधी संसद में बोलें। वे उनकी आवाज को दबाने के लिए सभी विकल्प बदल रहे हैं। लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी बोलेंगे। यह मुद्दा राहुल गांधी की वजह से नहीं है, क्योंकि देश का माहौल ऐसा है। सारा विरोध दबा जा रहा है। मुझे खुशी है कि पार्टियां एकजुटता दिखा रही हैं।