न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Sat, 29 Jan 2022 09:39 AM IST
लोकसभा के आठवें बजट सत्र के दौरान पहले दो दिन दोनों सदनों में कोई प्रश्नकाल-शून्य काल नहीं होगा। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बजट सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों में 31 व एक जनवरी को शून्य काल स्थगित रहेगा। राष्ट्रपति के अभिभाषण व आम बजट की प्रस्तुति के कारण ऐसा किया गया है।
बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की शुरुआत से की जाएगी। इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए बजट सत्र को दो भागों में आयोजित किया जाएगा। पहला भाग 11 फरवरी को खत्म होगा। इसके बाद बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 14 मार्च से शुरू होकर आठ अप्रैल तक चलेगा। इसके अलावा संक्रमण को देखते हुए सदन में सदस्यों के बैठने की व्यवस्था भी उचित प्रोटोकॉल के तहत की गई है। वहीं दोनों सदनों का समय अलग अलग रहेगा। राज्यसभा सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक और लोकसभा शाम 4:00 बजे से रात 10:00 बजे तक चलेगी।
राज्य सभा ने जारी की आचार सहिंता
बजट सत्र से पहले राज्यसभा ने अपने सदस्यों के लिए आचार संहिता जारी की है। सभापति वैंकेया नायडू की ओर से जारी आचार संहिता के तहत कहा गया है कि राज्य सभा के सदस्यों को जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए अपनी जिम्मेदारी को स्वीकार करना चाहिए और उसके लिए काम करना चाहिए। सदस्यों को संविधान, कानून, संसदीय संस्थाओं सबसे ऊपर रखना चाहिए।
विस्तार
लोकसभा के आठवें बजट सत्र के दौरान पहले दो दिन दोनों सदनों में कोई प्रश्नकाल-शून्य काल नहीं होगा। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बजट सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों में 31 व एक जनवरी को शून्य काल स्थगित रहेगा। राष्ट्रपति के अभिभाषण व आम बजट की प्रस्तुति के कारण ऐसा किया गया है।
बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की शुरुआत से की जाएगी। इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए बजट सत्र को दो भागों में आयोजित किया जाएगा। पहला भाग 11 फरवरी को खत्म होगा। इसके बाद बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 14 मार्च से शुरू होकर आठ अप्रैल तक चलेगा। इसके अलावा संक्रमण को देखते हुए सदन में सदस्यों के बैठने की व्यवस्था भी उचित प्रोटोकॉल के तहत की गई है। वहीं दोनों सदनों का समय अलग अलग रहेगा। राज्यसभा सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक और लोकसभा शाम 4:00 बजे से रात 10:00 बजे तक चलेगी।
राज्य सभा ने जारी की आचार सहिंता
बजट सत्र से पहले राज्यसभा ने अपने सदस्यों के लिए आचार संहिता जारी की है। सभापति वैंकेया नायडू की ओर से जारी आचार संहिता के तहत कहा गया है कि राज्य सभा के सदस्यों को जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए अपनी जिम्मेदारी को स्वीकार करना चाहिए और उसके लिए काम करना चाहिए। सदस्यों को संविधान, कानून, संसदीय संस्थाओं सबसे ऊपर रखना चाहिए।