Hindi News
›
India News
›
Agni Prime: Agni Prime test was successful, Defense Minister congratulated DRDO and Armed Forces
{"_id":"64819f1cfca9b8cadc0c4f55","slug":"agni-prime-agni-prime-test-was-successful-defense-minister-congratulated-drdo-and-armed-forces-2023-06-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"Agni Prime: अग्नि प्राइम का सफल परीक्षण, 2000 किमी. दूर बैठे दुश्मन को मार गिराने में सक्षम","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
Agni Prime: अग्नि प्राइम का सफल परीक्षण, 2000 किमी. दूर बैठे दुश्मन को मार गिराने में सक्षम
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: श्वेता महतो
Updated Thu, 08 Jun 2023 02:59 PM IST
मिसाइल के उड़ान डेटा को कैद करने के लिए विभिन्न जगहों पर क्षैतिज दूरी नापने वाले उपकरण, जैसे कि राडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम सहित दो जहाज तैनात किए गए थे।
Agni Prime
- फोटो : Social Media
Link Copied
विस्तार
Follow Us
भारत ने नई पीढ़ी की बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम’ का गुरुवार को ओडिशा तट के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा किया गया। उड़ान परीक्षण के दौरान यह मिसाइल सभी मानकों पर खरी उतरी।
अधिकारियों ने बताया कि तीन सफल परीक्षण के बाद अग्नि प्राइम को सशस्त्र बलों में शामिल किए जाने से पहले यह इसका पहला रात्रि परीक्षण था। मिसाइल के उड़ान डेटा को कैद करने के लिए विभिन्न जगहों पर उपकरण जैसे राडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम सहित दो जहाज तैनात किए गए थे।
अग्नि प्राइम के सफल परीक्षण की जानकारी डीआरडीओ ने ट्वीट पर दी। उन्होंने ट्वीट किया, 'नई पीढ़ी की बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का पहला प्री इंडक्शन नाइट लॉन्च सात जून को ओडिशा के तट से सफलतापूर्वक किया गया।'
डीआरडीओ और रणनीतिक बल कमान के शीर्ष अधिकारी भी अग्नि प्राइम के सफल परीक्षण के दौरान वहां मौजूद थे, जिन्होंने मिसाइल को सशस्त्र बलों में शामिल करने का मार्ग प्रशस्त किया।मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और सशस्त्र बलों को बधाई दी।
विज्ञापन
चीन से विवाद के बीच परीक्षण
जानकारी के मुताबिक, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की सामरिक बल कमान ने 1,000 से 2,000 किलोमीटर तक की मारक क्षमता वाली मिसाइल का पहला ‘प्री-इंडक्शन’ यानी सशस्त्र बलों में शामिल किए जाने से पहले रात्रिकालीन परीक्षण किया। चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच मिसाइल का यह परीक्षण किया गया है।
यह है इस मिसाइल की खासियत
अग्नि-5 की जद में चीन का सुदूर उत्तर क्षेत्र और यूरोप के कुछ क्षेत्र सहित पूरा एशिया आ जाएगा। अग्नि-1 से अग्नि-4 तक, मिसाइलों की रेंज 700 किमी से लेकर 3,500 किमी तक है और उन्हें पहले ही तैनात किया जा चुका है।
11,000 किलोग्राम है इस मिसाइल का वजन। एक साथ कई लक्ष्य भेदने में सक्षम
34.5 फुट लंबी मिसाइल पर कई वारहेड लगाए जा सकते हैं
1000-2000 किमी की दूरी तक किसी भी लक्ष्य को मार गिराने की क्षमता
जल्द सेना में होगी शामिल
अधिकारियों के अनुसार, डीआरडीओ और रणनीतिक बल कमान के शीर्ष अधिकारी अग्नि प्राइम के सफल परीक्षण के गवाह बने, जिसने इन मिसाइल को सशस्त्र बलों में शामिल करने का मार्ग प्रशस्त किया। इसके सफल परीक्षण के साथ इसके जल्द सेना में शामिल होने की उम्मीद है।
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।