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मैहतपुर(ऊना)। जमाखोरी, मुनाफाखोरी, कालाबाजारी, मिलावटखोरी के खिलाफ प्रदेश भर में शुरू हुए विशेष अभियान के तहत सोमवार को खाद्य आपूर्ति विभाग के अफसरों ने स्थानीय बाजार में अचानक छापेमारी की जिससे दुकानदारों में हड़कंप मच गया। विभाग के अफसरों ने मैहतपुर की तकरीबन 20 दुकानों पर छापे मारकर खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता को परखा और मिलावटखोरी तथा जमाखोरी करने वाले व्यापारियों को सावधान किया।
मापतोल अधिनियम कानून के तहत विभाग की निरीक्षण टीम ने पांच दुकानदारों के खिलाफ मापतोल में हेराफेरी को लेकर केस दर्ज किया है। डीएफसी ऊना संतोष व्यास ने इस बात की पुष्टि की है। खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता को लेकर प्रदेश में शुरू हुए अभियान के तहत ऊना केे इस सरहदी इलाके में सोमवार को खाद्य आपूर्ति विभाग के डीएफसी संतोष व्यास की अगुवाई में एक टीम ने मैहतपुर बाजार में औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई दुकानदारों को जमाखोरी, मुनाफाखोरी तथा मिलावट को लेकर सावधान किया गया। तकरीबन 9 दुकानदारों को चेतावनी दी गई, जबकि इतने ही दुकानदारों को दोबारा गलती न करने के लिए सावधान किया गया। बाजार के दो दुकानदारों को अनियमितताओं के चलते नोटिस जारी किए गए।
छापेमारी में पता चला कि बहुत से दुकानदार बिना पास करवाए गए वाटों से ही खाद्य वस्तुओं को तोलकर बेच रहे हैं। हलवाई की दुकानों पर डिब्बे समेत मिठाई तोलने पर कड़ा संज्ञान लेते हुए दुकानदारों को कड़ी चेतावनी देते हुए मापतोल अधिनियम कानून के तहत पांच दुकानदारों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। डीएफसी ऊना संतोष व्यास ने बताया कि अभी खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता को लेकर बरती जा रही लापरवाही की शिकायतें मिल रही थीं। उन्होंने कहा कि सस्ते राशन की दुकानों पर भी सरकारी राशन की कालाबाजारी की शिकायतें उनके पास पहुंच रही हैं, जिनमें सस्ते राशन को किराना दुकानों पर बेचे जाने की बातें कही गई हैं। उन्होंने खुले बाजार के दुकानदारों समेत डीपो धारकों को इस बाबत सावधान रहने की हिदायतें जारी की हैं। व्यास के मुताबिक यह छापेमारी भविष्य में इस प्रकार चलेगी।
मैहतपुर(ऊना)। जमाखोरी, मुनाफाखोरी, कालाबाजारी, मिलावटखोरी के खिलाफ प्रदेश भर में शुरू हुए विशेष अभियान के तहत सोमवार को खाद्य आपूर्ति विभाग के अफसरों ने स्थानीय बाजार में अचानक छापेमारी की जिससे दुकानदारों में हड़कंप मच गया। विभाग के अफसरों ने मैहतपुर की तकरीबन 20 दुकानों पर छापे मारकर खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता को परखा और मिलावटखोरी तथा जमाखोरी करने वाले व्यापारियों को सावधान किया।
मापतोल अधिनियम कानून के तहत विभाग की निरीक्षण टीम ने पांच दुकानदारों के खिलाफ मापतोल में हेराफेरी को लेकर केस दर्ज किया है। डीएफसी ऊना संतोष व्यास ने इस बात की पुष्टि की है। खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता को लेकर प्रदेश में शुरू हुए अभियान के तहत ऊना केे इस सरहदी इलाके में सोमवार को खाद्य आपूर्ति विभाग के डीएफसी संतोष व्यास की अगुवाई में एक टीम ने मैहतपुर बाजार में औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई दुकानदारों को जमाखोरी, मुनाफाखोरी तथा मिलावट को लेकर सावधान किया गया। तकरीबन 9 दुकानदारों को चेतावनी दी गई, जबकि इतने ही दुकानदारों को दोबारा गलती न करने के लिए सावधान किया गया। बाजार के दो दुकानदारों को अनियमितताओं के चलते नोटिस जारी किए गए।
छापेमारी में पता चला कि बहुत से दुकानदार बिना पास करवाए गए वाटों से ही खाद्य वस्तुओं को तोलकर बेच रहे हैं। हलवाई की दुकानों पर डिब्बे समेत मिठाई तोलने पर कड़ा संज्ञान लेते हुए दुकानदारों को कड़ी चेतावनी देते हुए मापतोल अधिनियम कानून के तहत पांच दुकानदारों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। डीएफसी ऊना संतोष व्यास ने बताया कि अभी खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता को लेकर बरती जा रही लापरवाही की शिकायतें मिल रही थीं। उन्होंने कहा कि सस्ते राशन की दुकानों पर भी सरकारी राशन की कालाबाजारी की शिकायतें उनके पास पहुंच रही हैं, जिनमें सस्ते राशन को किराना दुकानों पर बेचे जाने की बातें कही गई हैं। उन्होंने खुले बाजार के दुकानदारों समेत डीपो धारकों को इस बाबत सावधान रहने की हिदायतें जारी की हैं। व्यास के मुताबिक यह छापेमारी भविष्य में इस प्रकार चलेगी।