बंगाणा (ऊना)। उपमंडल बंगाणा की दूरदराज पंचायत डीहर के गांव खड़ोल में जंगल की आग ने छह मकानों को निगल लिया। अगिभनकांड में दो गोशालाएं भी जलकर राख हो गईं। जंगल में लगी आग ने रिहायशी इलाके का रुख करते हुए आधा दर्जन परिवारों से छत छीन ली। अगिभनकांड में लाखों रुपये की संपत्ति के नष्ट होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अगिभनकांड से आधा दर्जन परिवार बेघर हो गए हैं। कुछ रोज पहले जंगल की आग ने सलोह तथा अंबैहड़ में 15 से अधिक आशियानों को राख कर दिया था। गोशालाएं भी अगिभनकांड में जल गईं। अब खड़ोल में जंगल की आग ने फिर से तांडव कर दिया। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। जानकारी के अनुसार खड़ोल गांव के ब्रह्रादास, केहर चंद, प्रेम चंद, पुरुषोत्तम लाल, रोशन लाल, शंकरी, चैन सिंह, सुमना देवी के घर जंगल की आग में राख हो गए। तेज तूफान होने के कारण आग की लपटें और तेज हो गई थीं। लोगों ने लपटों को शांत करने के प्रयास किया, लेकिन कामयाबी न मिल सकी। राख हुए आधा दर्जन मकानों में रखे आभूषण, नकदी, अनाज, कपड़े और बाकी सारा सामान भी राख के ढेर में तबदील हो गया। लोगों के पास मात्र तन पर पहने हुए कपड़े ही बचे। पंचायत प्रधान त्रिशला देवी ने ऊना में फायर ब्रिगेड को घटना की सूचना दी। सूचना पर दो गाड़ियां खड़ोल के लिए रवाना हुईं। खडोल गांव तक सड़क न होने के चलते गाड़ियां वहां नहीं पहुंच पाईं। फिर भी फायर कर्मियों ने आग बुझाने में काफी सहयोग किया। प्रशासन क ी तरफ से नायब तहसीलदार राकेश राणा मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने प्रभावितों को फौरी राहत के तौर पर पांच-पांच हजार रुपये प्रदान किए। पुलिस की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची तथा घटना की छानबीन शुरू कर दी है। सीपीएस वीरेंद्र कंवर ने प्रभावितों को हर संभव सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। एसपी सुमेधा द्विवेदी ने कहा कि घटना के पीछे रहे कारणों का पता लगाया जा रहा है।