ऊना। मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं और प्रदेश सरकार इस धरोहर के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। उक्त उद्गार गगरेट के विधायक बलबीर चौधरी ने पिपलू मेला के दूसरे दिन जनसमूह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने पिपलू मेला और एकादशी पर्व की कुठलैहड़ वासियाें को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि यह पर्व यहां की जनता के जीवन में समृद्धि और खुशियां लाएगा।
उन्होंने कहा कि पिपलू मेला ऊना और हमीरपुर जनपद का एक महत्वपूर्ण मेला है और इन दोनों जिलों से श्रद्धालु बड़ी संख्या में निर्जला एकादशी पर्व पर पिपलू स्थित नृसिंह मंदिर में माथा टेकने आते हैं। उन्होंने कहा कि इस मेले को व्यापक रूप देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों को समावेश इसलिए किया गया है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विजय अगिभनहोत्री ने कहा कि ऊना जिला की अपनी एक गौरवपूर्ण सांस्कृतिक विरासत है और इस जिला में वर्ष भर किसी ने किसी धार्मिक मेले के आयोजन का सिलसिला चलता रहता है। मुख्य संसदीय सचिव वीरेंद्र कंवर ने मेले में आए दोनों अतिथियों का स्वागत किया।
पिपलू मेला के दूसरे दिन आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिमाचल के जाने-माने लोकगायक करनैल राणा, सूरम सिंह, पंजाबी एवं फिल्मी गायक अरविंद्र राजा, गुरप्रीत गुप्पी, रमन यूजिकल ग्रुप हमीरपुर एवं स्थानीय कलाकारों ने अपने भक्ति गीतों एवं लोकगीतों से खूब समां बांधा और श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। सूरम सिंह के इस गीत को खूब सराहा गया ‘हसना, खेलना, नचना, गाना, दे माए पंज रूपए, असां पिपलू मेले जाना’। स्कूली विद्यार्थियों ने भी मेला के दौरान एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। मेले के समापन समारोह में आवाज पंजाब दी की विजेता एवं वायस आफ हिमाचल की रनर अप नवदीप कौर स्टार आकर्षण होंगी। इसके अलावा लोक गायक अरुण साईं, कुसुम कला मंच लदरौर के कलाकार, नीलम म्यूजिकल ग्रुप हमीरपुर एवं अन्य कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।