ऊना। जिला वासियों को गर्मी से निजात मिलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। हालत ऐसी है कि सूर्यदेव सुबह-सवेरे से ही आग बरसाना आरंभ कर रहे हैं। यही क्रम शाम ढलने तक जारी रहता है। वीरवार सायं आसमान में छाए बादलों से लोगों को बारिश होने की आस बंधी थी, लेकिन मध्य रात्रि हुई बूंदाबांदी के बाद बादल गरज कर ही वापस लौट गए। इससे लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। भयंकर गर्मी और तेज धूप के चलते लोगों में डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ती जा रही है।
जिला के हजारों लोग उल्टी-दस्त और बुखार जैसे रोगों की चपेट में आ चुके हैं। शून्य से लेकर एक वर्ष के बच्चों की हालत इसमें ज्यादा खराब बताई जा रही है। उधर, चिकित्सा विशेषज्ञों ने भी लोगों को गर्मी से खास बचाव की हिदायतें दी हैं। मौसम का प्रकोप हजारों लोगों के लिए बेहद घातक सिद्ध हो सकता है। वहीं गर्मी से निजात मिलने के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले नौनिहालों की सेहत को मद्देनजर रखते हुए जिला प्रशासन की ओर से संस्थानों के समय में बदलाव किया गया है, लेकिन भीषण गर्मी के बीच इस बदलाव का भी कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है। सूर्यदेव का प्रचंड प्रकोप दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है। सीएमओ विशेषज्ञ डा. सतिंद्र चौहान का कहना है कि गर्मी के मौसम में खानपान का विशेष ध्यान रखें, जितना होसके साफ पानी पीने में प्रयोग लाएं। इस मौसम में जलजनित रोगों के पैर पसारने का भी काफी खतरा रहता है। उधर, शिशु रोग विशेषज्ञ डा. रवि शर्मा का कहना है कि छोटे बच्चों को धूप और गर्मी से बचाए रखें।