ऊना। जिले भर में मतदाता सूचियों के रिवीजन के लिए प्रतिनियुक्त किए गए कई शिक्षकों को 28 मई को स्थानीय बचत भवन में रिहर्सल पर उपस्थित न होने की सूरत में कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। वहीं शिक्षकों का कहना है कि उन्हें प्रतिनियुक्ति आदेश मिले ही नहीं हैं। इसके चलते मामले में काफी तनाव पैदा हो गया है। उधर, प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी मामले को लेकर प्रशासन और विभाग के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है। वहीं एसडीएम नरेश ठाकुर ने मामले की छानबीन करवाने की बात कही है।
हुआ यूं कि चुनाव ड्यूटी में शिक्षा विभाग से कुछ शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। उन्हें चुनावी ड्यूटी की रिहर्सल के लिए 28 मई को जिला मुख्यालय स्थित बचत भवन में बुलाया गया था, लेकिन प्रतिनियुक्त किए गए कुछ शिक्षक वहां पर नहीं पहुंचे। इसका संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने विभाग से उसका जवाब मांगा। एसडीएम की ओर से शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर इस संदर्भ में जवाब देने के आदेश जारी किए गए। शिक्षकों में महेंद्र सिंह, महेश कुमार, सुशील कुमार, नरेश कुमारी व हेमलता ने बताया कि उन्हें चुनाव ड्यूटी के संदर्भ में कोई भी आदेश मिले ही नहीं हैं। उधर, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार शर्मा और जिला प्रवक्ता महेश शारदा का कहना है कि प्राथमिक शिक्षकों ने हमेशा ईमानदारी से चुनावी ड्यूटी निभाई है, इसलिए इस मामले की जांच करवाई जानी चाहिए और शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस भी वापस लिए जाने चाहिए। उधर, एसडीएम प्रदीप ठाकुर ने बताया कि शिक्षकों को नोटिस इसीलिए जारी किए गए थे कि उनके न आने का कारण पता चल सके। उन्होंने बताया कि शिक्षकों की बात को सुना गया है। इस मामले की पूरी छानबीन की जाएगी कि उन्हें प्रतिनियुक्ति आदेश किन कारणों से नहीं मिल सके हैं।