ऊना। सीपीएस वीरेंद्र कंवर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश आज न केवल पहाड़ी राज्यों, बल्कि देश के अन्य राज्यों के लिए भी विकास का एक आदर्श बनकर उभरा है। वह मंगलवार को कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बटूही गांव में 70 लाख रुपये की लागत से बनने वाले पुल की आधारशिला रखने के साथ-साथ भलोह में छह लाख 13 हजार की लागत से निर्मित मिडल स्कूल के भवन और मुख्यमंत्री अरोग्य पशुधन योजना के तहत पशु औषधालय का लोकार्पण करने के बाद जनसभा में बोल रहे थे। कंवर ने कहा कि वर्ष 1948 में प्रति व्यक्ति आय 240 रुपये थी, जो वर्ष 2010-11 में बढ़कर 65, 536 रुपये हो गई है और प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार वर्ष 2011-12 में इसके 73,608 रुपये होने की संभावना है, जो राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति आय 60,972 रुपये से 20 प्रतिशत अधिक है।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में शिक्षा एवं स्वास्थ्य संस्थानों तथा सड़कों का भी जाल बिछा है। प्रदेश में 3813 स्वास्थ्य संस्थान और 16 हजार से अधिक शिक्षण संस्थान स्थापित हो चुके हैं, जबकि 1948 में इनकी संख्या नाममात्र थी। वर्ष 1948 में प्रदेश में केवल 288 किलोमीटर लंबाई की सड़कें थीं, जो आज बढ़कर 34 हजार किलोमीटर हो गई हैं। उन्होंने कहा ‘सड़क’, ‘शिक्षा’, ‘स्वास्थ्य’, सरकार की प्राथमिकताएं रही हैं।
प्रदेश में गत सवा चार वर्षोें में हुए विकास का जिक्र करते हुए कंवर ने कहा कि प्रदेश में 34 सौ किलोमीटर लंबाई की सड़कें और 250 पुलों का निर्माण कर एक हजार नए गांवों को सड़कों से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि दुर्गम क्षेत्रों में, जहां सड़क सुविधा प्रदान करना संभव नहीं, ‘मुख्यमंत्री ग्राम पथ योजना’ आरंभ की गई है और इसकी प्रथम किश्त की राशि भी जारी कर दी गई है। इस अवसर पर एसई लोक निर्माण विभाग अरुणेश शर्मा, एक्सईएन एचसी भारद्वाज, भाजपा मंडलाध्यक्ष सुरेश बांका, बलराम बबलू, तरसेम लाल, सोमनाथ, शेर सिंह ठाकुर और बटूही के प्रधान गुरदियाल सिंह समेत अनेक गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।