ऊना। जिला मुख्यालय में एक नाबालिग छात्रा से दुराचार किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि पीड़ित नाबालिग छात्रा गांव के एक स्कूल में पढ़ती है। उधर, आरोपी ने भी मामले को गोल करने के लिए एक झूठा ड्रामा रच डाला है। इसका खुलासा उस समय हुआ जब छात्रा को दुराचार के बाद चिकित्सा सुविधा के लिए क्षेत्र के ही एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। यहां उसकी हालत और भी बिगड़ गई। हैरत की बात है कि पूरे घटनाक्रम को बेहद नाटकीय ढंग से मैनेज कर लिया गया है। इसके चलते इस प्रकरण की न तो पुलिस के पास कोई शिकायत पहुंच पाई और न ही उक्त अस्पताल से ही इस मामले को कानून के हवाले करने का कोई कदम उठाया गया है। आरोपी पहले पीड़िता को सरकारी अस्पताल ले जा रहा था। इसी बीच उसके किसी मित्र ने उसे सरकारी अस्पताल के बजाय निजी अस्पताल में जाने की सलाह दी। आरोपी किसी रसूखदार परिवार का बिगड़ैल बेटा बताया जा रहा है। उसे बचाने के लिए हर कोशिश हो रही है। घटना के बाद मामले से लोगों का ध्यान हटाने के लिए आरोपी ने अपने एक झूठा ड्रामा भी रच डाला है। पुलिस भी ड्रामे पर हैरान है।
बहरहाल, मामला तूल पकड़ता जा रहा है। छात्रा का उपचार करने वाले निजी चिकित्सा संस्थान के एक प्रतिनिधि ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दुराचार के बाद छात्रा का रक्त स्राव बंद नहीं हो रहा था। उसे उपचार के लिए यहां लाया गया था।