ऊना। प्रदेश में बहुचर्चित बघेरी जेपी प्लांट की आंच ऊना तक आ पहुंची है। मंगलवार को जिले के कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे पर मुखर होते हुए सड़कों पर उतर कर रोष प्रदर्शन कर डाला। उन्होंने प्रदेश सरकार पर भ्रष्ट तंत्र को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए प्रदेश की जमीन और वन संपदाओं को बेचे जाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेसियों ने मंगलवार को सर्किट हाउस में बैठक के बाद रोष रैली आरंभ की, जो उपायुक्त कार्यालय तक ले जाई गई। विरोध रैली के बाद कांग्रेसियों ने उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेज जेपी मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष वीरेंद्र धर्माणी के नेतृत्व में किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदेश सरकार के विरुद्ध कांग्रेस नेताओं ने जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस का कहना है कि जेपी प्रकरण से निजी उद्योगों, प्रदेश सरकार और अधिकारियों की तिकड़ी के कारनामे सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की संपदा को इतनी बड़ी कंपनी के हवाले करने का कार्य भ्रष्ट तंत्र के चलते ही हुआ है, जिससे प्रदेश के आम जनमानस के हकों पर डाका डाला गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश उच्च न्यायालय ने एक कंपनी के संदर्भ में निर्णय दिया है, लेकिन अन्य परियोजनाओं के संदर्भ में भी कई गड़बड़ियां होने का अंदेशा है। उन्होंने कहा कि थोड़े से समय में एक कंपनी की ओर से उद्योग से लेकर शिक्षा जगत तक पैर पसारना भ्रष्ट तंत्र की ओर इंगित करता है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की जांच सीबीआई से करवाई जानी चाहिए, जबकि प्रदेश सरकार के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि इसमें उत्तरदायी तमाम व्यक्तियों के खिलाफ भी देश के कानून के मुताबिक कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। इस मौके पर पूर्व उद्योग मंत्री कुलदीप कुमार, जिला प्रवक्ता डा. विजय डोगरा, जिला उपाध्यक्ष ईश्वर दुखिया, बोधराज भारद्वाज, ब्लाक प्रवक्ता अमन शर्मा, जिला सचिव सतपाल सिंह रायजादा, यशपाल राणा, डा. नीलम शर्मा, हनुमंत सिंह, मोहम्मद इकबाल, प्रदीप कुमार, संदीप कुमार, राकेश शर्मा, राजीव भारद्वाज, संजीव ठाकुर व राजेश कुमार सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे।