टाहलीवाल (ऊना)। क्षेत्र के तहत गांव बीदड़वाल में ग्रामीणों ने स्टोन क्रेशरों से निकलने वाले सैकड़ों ओवरलोड गाड़ियों के खिलाफ लामबंद होना शुरू कर दिया है। देर दोपहर ग्रामीणों ने ओवरलोड गाड़ियों को रोककर प्रशासन एवं सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की तथा प्रशासन पर मिलीभक्त के आरोप भी लगाए। वहीं ग्रामीणों ने प्रशासन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देकर आंदोलन के लिए भी चेताया है।
विस क्षेत्र के गांव बीदड़वाल में गत दिवस स्टोन क्रेशरों की ओर से लगातार सैकड़ों की तादाद में निकलने वाली ओवरलोड भारी भरकम वाहनों के शोर शराबे एवं उनके ओर से क्षेत्र की सड़कों एवं पुलियों के टूटने एवं लोगों के घरों में दरारें आने से परेशान होकर लोगों का गुस्सा फू ट पड़ा है। लोगों ने प्रशासन एवं खनन विभाग पर सीधे तौर पर मिलीभक्त के आरोप भी जडे़ हैं।
ग्रामीणों में राज कुमार, सुनील कुमार, सुखवीर सिंह, गुरदीप सिंह, अर्जुन सिंह, राजेश कुमार, सुशील कुमार, अजय कुमार, सुनील, दर्शन लाल, शुभम, देसराज, जोगेंद्र सिंह, नागाही राम, विजय कुमार, अजय कुमार, संजीव कुमार, पवन कुमार, विक्की सहित ने ओवरलोड टिप्परों को घेर कर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि उन्हाेंने दो सप्ताह पहले उपायुक्त ऊना को शिकायत की थी, तथा उपायुक्त ने खनन विभाग को इस पर कार्रवाई के आदेश भी दिए थे।
ग्रामीणों ने कहा यदि प्रशासन ने एक सप्ताह के भीतर इन ओवरलोड टिप्परों को बंद न किया तो सभी गांववासी जिला मुख्यालय एवं खनन विभाग के दफ्तर में धरने पर बैठेंगे तथा जिसके लिए सीधे तौर पर प्रशासन जिम्मेवार होगा।
उधर इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता एचसी भारद्वाज ने बताया कि यह सड़कें केवल दस टन तक का भार के लिए बनी है और ऐसे ओवरलोड गाड़ियां इन सड़कों को नुकसान पहुंचा रही है। विभाग ने पहले भी स्टोन क्रेशर मालिक को नोटिस भेजा है और यदि कहीं भी सरकारी संपत्ति को नुकसान हुआ है तो नियमानुसार क्रेशर मालिक पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।