बंगाणा (ऊना)। बंगाणा के सीएचसी अस्पताल में चिकित्सक न मिलने के कारण एक महिला की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि महिला को प्राथमिक चिकित्सा सुविधा तक नहीं मिल पाई। मामले को लेकर समूचे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। जबकि मामला ध्यान में लाए जाने के बाद मुख्य संसदीय सचिव वीरेंद्र कंवर ने घटना की जांच करवाने का ऐलान कर दिया है। उधर मृतका के परिजनों ने भी घटना की शिकायत करने की बात कही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार करमाली पंचायत के नारी ध्यान सिंह गांव की निवासी महिला कला देवी पत्नि मौजी राम को शुक्रवार सायं घर में ही दिल का दौरा पड़ गया। इसी दौरान बंगाणा के रेशम सिंह टैक्सी के माध्यम से कला देवी को बंगाणा सीएचसी में प्राथमिक उपचार के लिए पहुंचाया। लेकिन सीएचसी बंगाणा में पैरा मेडिकल स्टाफ के अलावा कोई डाक्टर मौजूद नहीं था। बताया जा रहा है कि मौके पर मौजूद स्टाफ ने क ला देवी को हाथ तक नहीं लगाया। जबकि मरीज के अस्पताल प्रांगण में मौजूद होते हुए स्टाफ सायं छुट्टी करके चला गया। कला देवी के परिजनों ने कर्मियों से उसे क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा भी मांगी। लेकिन किसी ने भी उनकी कोई सुध नहीं ली। उनको टैक्सी में ही ऊना जाना पड़ा। कला देवी के पति मौजी राम बीपीएल कार्ड धारक हैं। जब कला देवी को क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया गया, उस वक्त तक उसकी हालत बहुत ही गंभीर हो चुकी थी। ऊना में प्राथमिक उपचार देने के बाद कला देवी को पीजीआई के लिए रेफर कर दिया गया, लेकिन कला देवी की मौत हो गई।
करमाली पंचायत के उपप्रधान शमशेर सिंह, टैक्सी यूनियन के प्रधान रेशम सिंह, मृतका के पति मौजी राम, स्थानीय प्रधान चंद्र कुमार, दिलबाग सिंह, नरेश कुमार, दीनानाथ, नरेंद्र ऐडवोकेट सहित कई लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के प्रति गहरा रोष व्यक्त किया है। घरवालों का कहना है कि यदि बंगाणा अस्पताल में कला देवी का उपचार हो जाता तो शायद उसकी जीवन लीला समाप्त नहीं होती।
उधर, बीएमओ बंगाणा डा. घनश्याम उपाध्याय का कहना है कि बंगाणा सीएचसी में तैनात डाक्टरों से संबंधित मामले के बारे में पूछा जाएगा। उन्होंने बताया कि वह स्वयं छुट्टी पर चल रहे हैं।
उधर, सीपीएस वीरेंद्र कंवर का कहना है कि मामले की जांच करवाई जाएगी। दोषी को अवश्य दंडित किया जाएगा।