ऊना। हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ ने प्रधानाचार्यों की पदोन्नति को शीघ्र नियमित करने की मांग को प्रमुखता से उठाया है। इसके अतिरिक्त संघ ने अन्य लंबित मांगों को लेकर भी आवाज बुलंद कर दी है। वीरवार को हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ ने जिलाध्यक्ष देवेंद्र चंदेल की अध्यक्षता में एक बैठक जिला उच्च शिक्षा उपनिदेशक के साथ हुई।
इस दौरान संघ ने अपनी चिरलंबित मांगों को लेकर जिला उच्च शिक्षा उपनिदेशक के साथ विचार-विमर्श किया। संघ ने कहा कि सरकार प्रधानाचार्यों की पदोन्नति को जल्दी नियमित करे। वहीं टीजीटी से प्रवक्ता पद पर पदोन्नति के समय प्रवक्ता या मुख्याध्यापक के पद के लिए विकल्प चुनने की शर्त बंद होनी चाहिए। पदोन्नत प्रवक्ताओं को मुख्याध्यापक की पदोन्नति का अवसर मिलना चाहिए। संघ ने प्रवक्ता पद को पीजीटी का नाम देने का विरोध किया है। सीएंडवी शिक्षकों की 1-1-86 से न्यायालय के फैसले के अनुसार वेतन विसंगति दूर होने से सभी लाभ पात्र सीएंडवी अध्यापकों को मिलने चाहिए। अध्यापक संघ ने पंजाब की तर्ज पर अध्यापकों के सभी वर्गों को संशोधित ग्रेड पे 4-9-14 का स्टैपअप तथा अन्य सभी लाभ पंजाब पैट्रन पर मिलने सहित स्कूलों में टीजिंग और नान टीचिंग के खाली पड़े सभी पदों को बिना अविलंब भरने, पंजाबी विषय के तीन पीरियड की बजाय छह पीरियड की मांगों को उठाया है। इस मौके पर सुधीर कुमार, चंदन भारद्वाज, संजीव कुमार, हरपाल सिंह, शाम लाल, बलदेव सिंह व गौतम सैणी सहित अध्यापक संघ के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे।