ऊना। हिमाचल राज्य बिजली बोर्ड कनिष्ठ एवं अतिरिक्त सहायक अभियंता संघ ने 4 फरवरी को ऊना में संघ के दशम महासम्मेलन में मुख्यमंत्री प्रो. धूमल की ओर से की गई घोषणा पूरी न होने पर तल्ख तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। घोषणा पूरी करने के लिए संघ ने सरकार को 42 दिन का अल्टीमेटम भी दे दिया है।
संघ के प्रदेशाध्यक्ष आरडी अग्निहोत्री तथा महासचिव डीएस ढटवालिया ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कनिष्ठ अभियंताओं का पदोन्नति कोटा 2 प्रतिशत बढ़ाने, 162 कनिष्ठ अभियंताओं की वेतन विसंगति दूर करने, 16 वर्ष की सेवा उपरांत सहायक अभियंता का पद्नाम देने तथा सहायक अभियंता के रिक्त पदों को 30-30 वर्षों से पहली पदोन्नति का इंतजार कर रहे कनिष्ठ अभियंताओं की पदोन्नति द्वारा भरने की घोषणा की थी। इसे बोर्ड प्रबंधकों ने तीन महीने से भी ज्यादा समय गुजर जाने पर लागू नहीं किया है। संघ की अन्य समस्याएं भी कई वर्षों से लटकाई जा रही हैं। संघ बोर्ड प्रबंधकों तथा प्रमुख सचिव से कई बार मिलकर मुख्यमंत्री की ओर से की गई घोषणाओं एवं अन्य मांगों को लागू करने का आग्रह कर चुका है, लेकिन बोर्ड प्रबंधक तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाकर सरकार एवं मुख्यमंत्री के समक्ष तथ्यों को तोड़मरोड़ कर पेश करके न सिर्फ सरकार एवं मुख्यमंत्री की छवि खराब कर रहे हैं, बल्कि कर्मठ कनिष्ठ अभियंताओं को जनहित के कार्य छोड़ कर आंदोलन करने के लिए विवश कर रहे हैं।
उन्होंने बोर्ड प्रबंधकों पर आरोप लगाया कि वे कई चहेते वर्गों को बिना उनकी योग्यता के पदोन्नतियां दे रहे हैं। जिन कनिष्ठ अभियंताओं को 30 वर्षों में एक भी पदोन्नति नहीं मिली, उनके प्रति सौतेला एवं पक्षपात पूर्ण व्यवहार किया जा रहा है। संघ ने कहा कि यदि 10 जून तक मुख्यमंत्री की ओर से की गई घोषणाओं तथा अन्य मांगों को लागू नहीं किया गया तो 11 जून से प्रदेशव्यापी विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा।