संवाद न्यूज एजेंसी
धर्मपुर (सोलन)। कालका-शिमला हाईवे पर धर्मपुर बाजार में अवैध रूप से सरकारी भूमि पर मनमाने ढंग से लगाए 15 रेहड़ी संचालकों पर रेलवे बोर्ड ने कार्रवाई की है। इन्हें यहां से हटाकर एमईएस यार्ड के समीप पड़ाव पर जगह दे दी है।
ये रेहड़ी संचालक मनमाने ढंग से हाईवे के किनारे कब्जे कर रहे थे। इस पर रेलवे बोर्ड ने कार्रवाई की है। अवैध रूप से लगाए गए रेहड़ी और खोखों को हटाने के लिए प्रदेश हाईकोर्ट ने कई बार प्रशासन और एनएचएआई को आदेश दिए। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और अब उन्हें यहां से हटा दिया।
हालांकि रेलवे बोर्ड की तरह एनएचएआई कार्रवाई करने से डर रहा है। धर्मपुर से परवाणू के बीच सड़कों के किनारे कई जगहों पर अवैध रेहड़ी संचालक कब्जा जमाकर बैठ गए हैैं।
इसमें दत्यार से सनवारा तक ज्यादातर बाहरी राज्यों से आए रेहड़ी संचालक हैं। यहां तक कि एनएचएआई के हाईवे पेट्रोलिंग वाहन भी रोजाना यहां से गुजरते हैं लेकिन उनके अधिकारी आंखें मूंद कर यहां से निकल जाते हैं। रेहड़ी चालकों के कारण हादसों का भी डर बना रहता है।
वहीं धर्मपुर रेलवे बोर्ड के प्रभारी देसराज ने बताया कि कर्मचारियों की टीम ने रेल विभाग की भूमि पर अवैध रेहड़ियों और खोखों को उठा दिया है। उन्हें एमईएस यार्ड के समीप जगह दे दी है।
फोरलेन निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर बलविंद्र सिंह ने बताया कि जल्द वह प्रशासन को साथ लेकर अवैध रेहड़ी लगाने वालों पर कार्रवाई करेंगे।