बद्दी(सोलन)। बीती रात तेज बारिश के बाद चली तेज हवा से किसानों की पकी हुई गेहूं की फसल खराब हो गई है। ज्यादातर किसानों के पकी गेहूं के खेत जमीन पर बिछ गई है। इससे गेहूं खराब हो जाएगा। जो फसल जमीन पर बिछ गई उसमें झाड़ कम आएगी। गेहूं का दाना पतला हो जाएगा। 15 से 20 फीसदी गेहूं कम उत्पादन होने की उम्मीद है।पिछले चार दिनों से रुक-रुक हो कर हो रही बेमौसमी बारिश किसानों के लिए अभिशाप बनी हुई है। वर्तमान में किसानों की फसल पूरी तरह से पक गई है। ऐसे में लगातार बारिश का होना फसल के ठीक नहीं है। चार दिन पहले भी कई किसानों की फसल तेज हवा से जमीन पर बिछ गई थी और अब बीती रात रही सही कसर पूरी हो गई और लोगों की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है। नालागढ़ कृषि ब्लाक में 11 हजार हेक्टेयर जमीन पर गेहूं लगाई गई है। इस बार मैदानी क्षेत्रों में पहले ही किसानों ने सिंचाई करके गेहूं तैयार की थी, जिससे उसकी उत्पादन लागत काफी ऊंची चली गई थी। अब किसानों की गेहूं की फसल पकने वाली थी तो ऐसे में लगातार बारिश से किसानों की चिंताएं बढ़ा दी गई हैं। किसानों की खेत के खेत बारिश के बाद तेज हवा से जमीन पर बिछ गए है। किसानों राम सिंह, हरिराम, राजिंद्र, गुलजार, हरिया ने बताया कि इस बार फसल काफी अच्छी थी, लेकिन अब जब फसल को बारिश की जरूरत नहीं थी अब इतनी तेज बारिश का होना फसल के लिए नुकसानदायक है। बारिश के साथ-साथ तेज हवा खड़ी फसल को बर्बाद कर रही है। किसान बचाओ देश बचाओ यात्रा के संचालक लायक राम ने प्रशासन से बेमौसमी बारिश से किसानों को हुए नुकसान का उचित मुआवजा दिया जाए।
उधर, कृषि विभाग के विषय वाद विशेषज्ञ डॉ. प्रेम ठाकुर ने नुकसान होने की पुष्टि करते हुए बताया कि अगर मौसम साफ होता है तो गिरी हुई फसल कुछ हद तक उठ सकती है। उन्होंने किसानों से खेतों में पानी जमा न होने देने की अपील की है।