नालागढ़ (सोलन)। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग नालागढ़ की लापरवाही के चलते नालागढ़ शहर के बाशिंदे गंदा पानी पीने को बाध्य हैं, जिससे संक्रमण का भी खतरा पैदा हो गया है। शहर की जलापूर्ति की मुख्य पाइप लाइन जगह-जगह से टूटी पड़ी हुई है और इसमें गंदगी रिस रही है। इसी मुख्य पाइप लाइन से शहर को जलापूर्ति की जा रही है।
नालागढ़-स्वारघाट हाइवे मार्ग के किनारे से गुजर रही चिकनी नदी से आने वाली मुख्य पाइप लाइन दत्तोवाल में जगह-जगह से टूटी पड़ी हुई है, जिससे गंदगी इसमें भर जाती है और शहरवासी इसी गंदे पानी पीने को बाध्य हो गए हैं। दत्तोवाल में कार वाशिंग सेंटर है और मुख्य पाइप लाइन भी इसी के समीप है। साथ ही लोगों के घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी भी नाले की मुख्य पाइप के साथ है। नतीजतन यह सारी गंदगी इस मुख्य पाइप लाइन में सम्मिलित हो रही है जिसके चलते लोग यही गंदा पानी पी रहे हैं।
बता दें कि चिकनी नदी किनारे से लिफ्ट सिस्टम के तहत पंप से इस पानी को उठाया जाता है, जो कि राइजिंग मेन के माध्यम से शहर के भल्लेश्वर महादेव मंदिर के समीप बने दो टैंकों में जाता है। यह दोनों टैंक 10 लाख व 9 लाख लीटर टन की क्षमता वाले हैं। इन्हीं टैंकों के माध्यम से शहरवासियों को पानी की आपूर्ति की जाती है। शहर की आबादी वर्तमान में करीब 25 से 30 हजार है। राइजिंग मेन वर्षों पहले डाली गई थी, जो अब जगह-जगह से जर्जर हो चुकी है और बीच-बीच से यह टूटी पड़ी है।
स्थिति को बनाया जाएगा दुरुस्त
आईपीएच विभाग नालागढ़ के सुनील कन्होत्रा ने कहा कि उन्होंने अभी यहां ज्वाइन किया है और यह समस्या उनके ध्यान में लाई गई। उन्होंने कहा कि इसका सही ढंग से निवारण किया जाएगा। उधर, नालागढ़ के विधायक केएल ठाकुर ने कहा कि शहर की जलापूर्ति योजना का विस्तार किया जाएगा और जर्जर राइजिंग मेन को भी शीघ्र बदला जाएगा।
नालागढ़ (सोलन)। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग नालागढ़ की लापरवाही के चलते नालागढ़ शहर के बाशिंदे गंदा पानी पीने को बाध्य हैं, जिससे संक्रमण का भी खतरा पैदा हो गया है। शहर की जलापूर्ति की मुख्य पाइप लाइन जगह-जगह से टूटी पड़ी हुई है और इसमें गंदगी रिस रही है। इसी मुख्य पाइप लाइन से शहर को जलापूर्ति की जा रही है।
नालागढ़-स्वारघाट हाइवे मार्ग के किनारे से गुजर रही चिकनी नदी से आने वाली मुख्य पाइप लाइन दत्तोवाल में जगह-जगह से टूटी पड़ी हुई है, जिससे गंदगी इसमें भर जाती है और शहरवासी इसी गंदे पानी पीने को बाध्य हो गए हैं। दत्तोवाल में कार वाशिंग सेंटर है और मुख्य पाइप लाइन भी इसी के समीप है। साथ ही लोगों के घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी भी नाले की मुख्य पाइप के साथ है। नतीजतन यह सारी गंदगी इस मुख्य पाइप लाइन में सम्मिलित हो रही है जिसके चलते लोग यही गंदा पानी पी रहे हैं।
बता दें कि चिकनी नदी किनारे से लिफ्ट सिस्टम के तहत पंप से इस पानी को उठाया जाता है, जो कि राइजिंग मेन के माध्यम से शहर के भल्लेश्वर महादेव मंदिर के समीप बने दो टैंकों में जाता है। यह दोनों टैंक 10 लाख व 9 लाख लीटर टन की क्षमता वाले हैं। इन्हीं टैंकों के माध्यम से शहरवासियों को पानी की आपूर्ति की जाती है। शहर की आबादी वर्तमान में करीब 25 से 30 हजार है। राइजिंग मेन वर्षों पहले डाली गई थी, जो अब जगह-जगह से जर्जर हो चुकी है और बीच-बीच से यह टूटी पड़ी है।
स्थिति को बनाया जाएगा दुरुस्त
आईपीएच विभाग नालागढ़ के सुनील कन्होत्रा ने कहा कि उन्होंने अभी यहां ज्वाइन किया है और यह समस्या उनके ध्यान में लाई गई। उन्होंने कहा कि इसका सही ढंग से निवारण किया जाएगा। उधर, नालागढ़ के विधायक केएल ठाकुर ने कहा कि शहर की जलापूर्ति योजना का विस्तार किया जाएगा और जर्जर राइजिंग मेन को भी शीघ्र बदला जाएगा।