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ददाहू (सिरमौर)। सिविल अस्पताल में दो दिन से भर्ती दो साल की बच्ची की बीमारी ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। जिला के दुर्गम क्षेत्र की पंचायत जरग से संबंध रखने वाली इस बालिका में पोलियो के लक्षण पाए गए हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग बच्चे की इस बीमारी को एएफपी मानकर अब उसके मल के नमूनों की जांच करवा रहा है। फिलहाल बच्ची के मल के दो नमूने लेकर जांच के लिए क्षेत्रीय अस्पताल नाहन भेजे हैं। विभाग का कहना है कि नमूनों की जांच के बाद ही पोलियो की बीमारी का खुलासा हो पाएगा। विभाग इसे पैरालाइसीज बीमारी मानकर भी चल रहा है। बच्ची में पोलियो के लक्षण हैं या नहीं, इसका वास्तविक खुलासा वरिष्ठ चिकित्सकों की जांच के बाद ही सामने आ सकेगा।
शुरुआती जांच पर बच्ची अपने एक टांग पर शरीर का वजन नहीं रख पा रही। चिकित्सक इस बच्ची की जांच में जुटे हैं। नाहन चिकित्सालय को बच्ची के मल सैंपल भेजे जाने की पुष्टि ददाहू अस्पताल के चिकित्सक अमित राज शर्मा ने की है। जिला चिकित्सालय नाहन के एमओएच डा. एसएम अली ने बताया कि सैंपल की जांच होने के बाद ही बच्ची की बीमारी का खुलासा हो पाएगा। कहा कि पोलियो बीमारी की बात अभी सामने नहीं आई है। जैसे ही सैंपल पहुंचेंगे वह जांच शुरू करवाएंगे।
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बच्ची में तीव्र पक्षाघात की संभावना : द्विवेदी
ददाहू (सिरमौर)। शिमला स्थित सर्विलेंस चिकित्सा अधिकारी डा. जीपी द्विवेदी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह मामला एएफपी यानी तीव्र पक्षाघात का माना जा रहा है। बीमारी के बच्चों में आने के कई कारण हो सकते हैं। असली खुलासा मल जांच के बाद सामने आएगा। यह बीमारी को पोलियो की श्रेणी में नहीं गिनी जाती।
ददाहू (सिरमौर)। सिविल अस्पताल में दो दिन से भर्ती दो साल की बच्ची की बीमारी ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। जिला के दुर्गम क्षेत्र की पंचायत जरग से संबंध रखने वाली इस बालिका में पोलियो के लक्षण पाए गए हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग बच्चे की इस बीमारी को एएफपी मानकर अब उसके मल के नमूनों की जांच करवा रहा है। फिलहाल बच्ची के मल के दो नमूने लेकर जांच के लिए क्षेत्रीय अस्पताल नाहन भेजे हैं। विभाग का कहना है कि नमूनों की जांच के बाद ही पोलियो की बीमारी का खुलासा हो पाएगा। विभाग इसे पैरालाइसीज बीमारी मानकर भी चल रहा है। बच्ची में पोलियो के लक्षण हैं या नहीं, इसका वास्तविक खुलासा वरिष्ठ चिकित्सकों की जांच के बाद ही सामने आ सकेगा।
शुरुआती जांच पर बच्ची अपने एक टांग पर शरीर का वजन नहीं रख पा रही। चिकित्सक इस बच्ची की जांच में जुटे हैं। नाहन चिकित्सालय को बच्ची के मल सैंपल भेजे जाने की पुष्टि ददाहू अस्पताल के चिकित्सक अमित राज शर्मा ने की है। जिला चिकित्सालय नाहन के एमओएच डा. एसएम अली ने बताया कि सैंपल की जांच होने के बाद ही बच्ची की बीमारी का खुलासा हो पाएगा। कहा कि पोलियो बीमारी की बात अभी सामने नहीं आई है। जैसे ही सैंपल पहुंचेंगे वह जांच शुरू करवाएंगे।
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बच्ची में तीव्र पक्षाघात की संभावना : द्विवेदी
ददाहू (सिरमौर)। शिमला स्थित सर्विलेंस चिकित्सा अधिकारी डा. जीपी द्विवेदी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह मामला एएफपी यानी तीव्र पक्षाघात का माना जा रहा है। बीमारी के बच्चों में आने के कई कारण हो सकते हैं। असली खुलासा मल जांच के बाद सामने आएगा। यह बीमारी को पोलियो की श्रेणी में नहीं गिनी जाती।